जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन में सोमवार सुबह हुई फायरिंग की घटना में 4 लोगों की मौत हो गई। उनमें आरपीएफ एएसआई टीकाराम के साथ मारे जाने वालों में तीन यात्री भी शामिल थे, जिनमें से अब तक दो लोगों की पहचान हुई है। उन यात्रियों में एक की पहचान असगर अली और दूसरे की कादर हुसैन के रूप में हुई है।
असगर जयपुर में रहता थे। वे बिहार के मधुबनी के बिस्फी ब्लॉक के परबत्ता गांव के रहने वाले थे। असगर का ससुराल बिस्फी ब्लॉक के पतौना गांव में था। असगर चूड़ी बनाने का काम करते थे। वे मुंबई काम की तलाश में आ रहे थे।
पोस्टिंग को लेकर नाराजगी पर क्या बोले अधिकारी?
फायरिंग की घटना को लेकर वेस्टर्न रेलवे सीपीआरओ सुमित ठाकुर ने बताया, "जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस में फायरिंग की घटना हुई है। 4 लोगों की मौत हुई है। आरपीएफ कांस्टेबल ने अपनी राइफल से फायरिंग की है। हाल ही में उसकी पोस्टिंग हुई है। पोस्टिंग को लेकर कोई नाराजगी नहीं थी। उसने अपने हिसाब से पोस्टिंग मांगी थी।"
"ASI के परिवार को रेलवे की तरफ से मदद की जाएगी"
उन्होंने आगे कहा, "क्यों फायरिंग की है, क्यों लोगों को मारा है, उसकी जांच पुलिस कर रही है। ASI के परिवार को रेलवे की तरफ से मदद की जाएगी। बाकी तीन लोगों को रेलवे की तरफ से निर्धारित मदद मिलेगी। तीन यात्री जो मरे हैं उनकी जानकारी निकली जा रही है। चेतन सिंह लोअर परेल में पोस्टेड था और टीकाराम मीना दादर में पोस्टेड था। चेतन ने तीन कोच में जाकर फायरिंग की है। जानकारी मिलते है हमने बोरीवली स्टेशन पर शव को बाहर निकला और जांच शुरू की है।"