महाराष्ट्र की नासिक लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार एवं धर्म गुरु शांतिगिरि महाराज के विरूद्ध सोमवार को मताधिकार का प्रयोग करते समय EVM के लिए बनाई गई आड़ (एनक्लोजर) पर माला डालने को लेकर पुलिस ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में एक मामला दर्ज किया है। एक अधिकारी ने बताया कि एक मतदान अधिकारी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, धर्म गुरु अपना वोट डालने के लिए त्र्यंबकेश्वर के एमवीपी कॉलेज में मतदान केंद्र पर पहुंचे और उनके साथ 25 से 30 लोग थे। उन्होंने कहा कि शांतिगिरि महाराज ने वोट डालने से पहले अपने गले से एक माला उतारकर ईवीएम के आड़ पर डाल दी।
हिरासत में लिए शांतिगिरि महाराज के समर्थक
अधिकारी ने कहा कि त्र्यंबकेश्वर पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता और जन प्रतिनिधि अधिनियम 1951 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत एक मामला दर्ज किया गया है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि एक अन्य घटना में, शांतिगिरि महाराज के कुछ समर्थकों को उस समय हिरासत में ले लिया गया, जब वे अपने समर्थन में बैज पहनकर म्हासरुल और अंबाद पुलिस थाने की सीमा में मतदान केंद्रों पर आए थे। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने बाद में उन्हें रिहा कर दिया।
किसानों ने पहनी प्याज की माला
पुलिस ने बताया कि पुराने नासिक इलाके के दूध बाजार में एक मतदान केंद्र पर भाजपा विधायक देवयानी फरांडे और शिवसेना (यूबीटी) नेता वसंत गीते के समर्थकों का आमना-सामना हो गया। उन्होंने कहा कि फरांडे कथित तौर पर केंद्र में मतदाता पहचान पत्र की जांच कर रही थीं, जब शिवसेना (यूबीटी) के कार्यकर्ताओं ने उनका घेराव किया और नारे लगाए, जिसके बाद भाजपा और शिवसेना के कार्यकर्ता भी घटनास्थल पर पहुंच गए। बताया गया कि पुलिस ने जल्द ही हस्तक्षेप किया और भीड़ को तितर-बितर कर दिया। चंदवाड के वडगांव पंगु में एक मतदान केंद्र पर किसानों ने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए प्याज की माला पहनी।
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