
मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार आज एक इफ्तार पार्टी में शामिल हुए। उन्होंने अपने संबोधन में रमजान को भाईचारे का संदेश देनेवाला महीना बताया साथ ही उन्होंने मुस्लिम समाज के लोगों को आश्वासन दिया कि कोई भी उन्हें आंख दिखाएगा तो वे उसे नहीं बख्शेंगे।
किसी भी हालत में माफ नहीं करेंगे
अजित पवार ने कहा कि जो भी मुस्लिम भाइयों को आंख दिखाएगा, दो समूहों के बीच संघर्ष भड़का कर कानून व्यवस्था को बाधित करेगा, तथा कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करेगा, चाहे वह कोई भी हो, उसे किसी भी हालत में बख्शा या माफ नहीं किया जाएगा।
एनसीपी अजित पवार गुट की तरफ से मुंबई के इस्लाम जिमखाना में मुसलमानों के पाक माह रमज़ान पर इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया था। इस मौके पर अजित पवार, प्रफुल पटेल, सुनील तटकरे , छगन भुजबल, सना मलिक, नवाब मलिक सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। इसके मौके पर भारी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग भी मौजूद थे।
एकता और भाईचारे का संदेश देता है रमजान
अजित पवार ने यह भी कहा कि रमजान सिर्फ एक धर्म तक सीमित नहीं है। यह हमें एकता और भाईचारे का संदेश देता है। और जरूरतमंदों की पीड़ा को समझने की प्रेरणा देता है। भारत विविधता में एकता का प्रतीक है।
बता दें कि हाल ही में अजित पवार ने अपने कैबिनेट सहयोगी नितेश राणे द्वारा मुसलमानों के संबंध में दिए गए बयान को ‘‘भ्रामक’’ करार दिया था और राज्य के नेताओं को संयम बरतने की सलाह दी थी। बीजेपी नेता नितेश राणे ने हाल में बयान दिया था कि मुसलमान छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना का हिस्सा नहीं थे। जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख पवार से राणे की इस टिप्पणी के संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि नेताओं को यह ध्यान में रखना चाहिए कि उनके द्वारा सार्वजनिक रूप से दिए गए बयानों से सांप्रदायिक तनाव पैदा न हो।