Highlights
- हलाल को लेकर हिंदू संगठनों की बड़ी योजना
- हलाल विरोधी राष्ट्रीय बैठक का करेंगे आयोजन
- सावरकर के पोते की अगुवाई में होगा कार्यक्रम
महाराष्ट्र में हिंदू संगठनों ने अब हलाल को बड़ा और गंभीर मुद्दा घोषित किया है। इसको लेकर ये संगठन 12 और 13 नवंबर को हलाल विरोधी राष्ट्रीय बैठक करने वाले हैं। सावरकर के पोते रंजीत सावरकर की अगुवाई में हलाल सख्ती विरोधी परिषद का आयोजन किया जाएगा। सभी हिन्दूवादी संगठनों ने इस परिषद का जोरदार विरोध दर्शाया है। इस परिषद को लेकर और ‘हलाल प्रमाणपत्र’ के विरोध संबंधी आगामी दिशा तय करने के लिए ‘स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक’ और ‘हिन्दू जनजागृति समिति’ की ओर से 9 अक्टूबर को दादर के शिवाजी पार्क में स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक में शाम 5.30 बजे ‘हलाल’ सख्ती विरोध परिषद का आयोजन होना है।
'हलाल जिहाद' ग्रंथ का होगा लोकार्पण
प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिंदु जनजागृती समिती के प्रवक्ता डॉ. उदय धुरी ने बताया कि इस दौरान हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे द्वारा संकलित ‘भारतीय अर्थव्यवस्था पर नया आक्रमण: हलाल जिहाद?’ इस ग्रंथ का लोकार्पण होगा। इस पत्रकार वार्ता में अखिल भारतीय वीरशैव लिंगायत महासंघ के कार्याध्यक्ष डॉ. विजय जंगम, अखिल भारतीय खाटीक समाज के महाराष्ट्र प्रभारी विवेक घोलप, पितांबरी उद्योग समूह के मालक रवींद्र प्रभुदेसाई और लोकप्रसिद्ध व्याख्याता और पत्रकार पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठभी उपस्थित थे।
‘हलाल’ सख्ती विरोधी परिषद में स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के कार्याध्यक्ष रणजीत सावरकर, हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व सांसद डॉ. विजय सोनकर शास्त्रीजी, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के उपाध्यक्ष यशवंत किल्लेदार, वरिष्ठ अभिनेता शरद पोंक्षे, वसई (मेधे) स्थित परशुराम तपोवन आश्रम के संस्थापक भार्गवश्री सचिनवाला, महाराष्ट्र राज्य सराफ और सुवर्णकार फेडरेशन के अध्यक्ष मोतीलाल जैन और अखिल भारतीय खाटीक समाज के महाराष्ट्र प्रभारी विवेक घोलप आदि संबोधित करेंगे।
"हलाल को लेकर हिन्दू व्यापारियों पर सख्ती"
हिंदू जनजागृति संगठन प्रेस कान्फ्रेस के दौरान अखिल भारतीय खटीक समाज प्रमुख विवेक घोलप ने कहा कि हलाल अब केवल मांस तक सीमित नहीं रहा है। अनाज, फल, ब्यूटी प्रोडक्टस, दवाएं आदि अनेक उत्पाद भी ‘हलाल’ प्रमाणित हों, इसको लेकर हिन्दू व्यापारियों पर सख्ती की जा रही है। हलाल प्रमाणपत्र के नाम पर पूरे देश के हिन्दू व्यापारियों की ओर से हजारों करोड़ रुपए एकत्र किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आवश्यकता न होते हुए भी अधिकांश हिन्दुओं को हलाल पदार्थ खरीदने के लिए विवश किया जा रहा है।
"अर्थव्यवस्था दुर्बल करने का हो रहा प्रयास"
विवेक घोलप ने कहा कि भारत शासन की ‘खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI)’ जैसी अधिकृत संस्था से प्रमाणपत्र लेने के बाद भी निजी मुसलमान संस्थाओं की ओर से हलाल प्रमाणपत्र लेना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर भारत की अर्थव्यवस्था पर आक्रमण कर अर्थव्यवस्था दुर्बल करने का योजनाबद्ध प्रयास ‘हलाल’द्वारा किया जा रहा है। हिन्दू बंधु बड़ी संख्या में इस हलाल सख्ती विरोधी परिषद में उपस्थित रहें, ऐसा आवाहन स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक और हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से किया गया है।