मुंबई. देश में मार्च के महीने से कोरोना का कहर जारी है। कोरोना ने भारत में एक लाख से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। हर रोज कोरोना संक्रमण के बड़ी तादाद में मामले सामने आ रहे हैं। सबसे ज्यादा बुरा हाल है महाराष्ट्र का। हालांकि पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र में पहले की अपेक्षा कोरोना मामलों में कुछ कमी जारी आई है और हर रोज आने वाले कोरोना मामले 15 हजार ये इससे कम हो गए हैं लेकिन मेडिकल एक्सपर्ट्स अभी भी ये नहीं मानते की राज्य में कोरोना का खतरा टल गया है।
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शुक्रवार को एक मेडिकल एक्सपर्ट ने चेताया कि दीपावली के त्योहार के दौरान कोरोना महामारी एक बार फिर से तेजी से फैल सकती है और प्रति दिन आने संक्रमण के मामलों में एकदम से इजाफा देखने को मिल सकता है। एक अधिकारी ने बताया कि मामलों की संख्या में कमी आई है और प्रत्येक दिन होने वाली जांच की संख्या में भी कमी आई है। एक अधिकारी ने बताया कि बृहस्पतिवार की शाम तक इस महामारी के मामलों की संख्या 14,93,884 हो गई हैं और मृतक संख्या 39,430 पहुंच चुकी है। बृहस्पतिवार को इस महामारी के 13,395 मामले सामने आये थे।
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कोविड-19 पर राज्य की तकनीकी समिति के सदस्य डा.सुभाष सालुंखे ने कहा, ‘‘मुझ सहित कई स्वास्थ्य अधिकारियों की राय है कि हमें दीपावली के त्योहार तक कोई राहत की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। क्योंकि लोग इस अवधि के दौरान अधिक बाहर जाते हैं, जिससे संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ जाती है।’’ उन्होंने न्यूज एजेंसी पीटीई से से कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों में दैनिक मामलों में मामूली गिरावट को स्थिर स्थिति की तरह नहीं समझा जाना चाहिए। एक दूसरी लहर के बारे में भूल जाओ, पहली लहर दिवाली तक खत्म नहीं होगी।’’
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अधिक से अधिक प्रतिष्ठानों को फिर से खोले जाने के बारे में पूछे जाने पर हालांकि डा सालुंखे ने कहा, ‘‘हम लोगों को अब घरों पर रहने के लिए नहीं कह सकते। कई नौकरियां दांव पर हैं और अर्थव्यवस्था को भी आगे बढ़ने की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम जांच बढ़ाते है तो इससे संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी।’’ स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘कुछ तकनीकी चुनौतियां हैं जो दैनिक जांच के आंकड़ों को नीचे ले आई हैं। हम सितंबर में लगभग 80,000 से 90,000 परीक्षण कर रहे थे लेकिन अब यह लगभग 70,000 है।’’ राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार जांच को बढ़ाने में विफल रही है। (Input- Bhasha)
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