Nita Mukesh Ambani Cultural Centre: आज गुरुपूर्णिमा है। इस मौके पर देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस कड़ी में नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर में भी गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विशेष शास्त्रीय संगीत का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की खासियत यह रही कि संगीत परिवार की तीन पीढ़ी ने एकसाथ मंच पर दिखी।। मुकेश नीता अंबानी कल्चरल सेंटर में गुरुपूर्णिमा महोत्सव के दूसरे दिन 3 जुलाई को लोगों ने संगीत परिवार की तीन पीढ़ी को एकसाथ देखा, ये है देश-दुनिया के प्रख्यात सरोद वादक पद्मविभूषण उस्ताद अमजद अली खां, उनके बेटे अमान अली और अयान अली और अमजद अली खां साहब के पोते 10 वर्षीय जुड़वा कलाकार जोहान और अबीर अली। संगीत परिवार की तीन पीढ़ी की मौजूदगी ने भारत की समृद्ध संगीत की गुरु शिष्य परंपरा का अनूठा उदाहरण पेश किया।
नीता अंबानी ने कही ये बात
इस मौके पर श्रीमती नीता अंबानी ने कलाकारों का मंच पर स्वागत किया। साथ ही कहा कि ‘उस्तादजी और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा यह परफॉर्मेंस ‘सिम्फनी ऑफ लाइफ‘ है। इस मौके पर गुरु वंदन के मंत्रोच्चार के साथ उन्होंने अपने उद्बोधन का समापन किया।
उस्ताद अमजद अली खां ने ‘मां‘ को बताया पहली गुरु
3 जुलाई को आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान ‘द ग्रैंड थिएटर‘ बड़ी संख्या में दर्शकों से भरा हुआ था। इस मौके पर नीता अंबानी के द्वारा उनके सम्मान पर आभार जताते हुए उस्ताद अमजद अली खां साहब ने ‘मां‘ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बच्चे की पहली गुरु ‘मां‘ होती है। उस्तादजी ने गुरु पूर्णिमा पर्व पर कार्यक्रम के आयोजन पर सराहना व्यक्त की और इस कल्चरल सेंटर के संगीत के प्रति योगदान को ‘ग्रेट इनिशिएटिव‘ बताया। उन्होंने कहा कि गुरु शिष्य परंपरा को प्रोत्साहन देना और भारतीय संगीत और संस्कृति की देश दुनिया में ख्याति इस कल्चरल सेंटर के माध्यम से हो, ऐसा नीता अंबानी जी का प्रयास है, जो सराहनीय है। गुरु पूर्णिमा महोत्सव के दो दिन के कार्यक्रमों में 4 हजार दर्शकों ने हिस्सा लिया।
नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर के बारे में
नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में स्थित जियो वर्ल्ड सेंटर में निर्मित किया गया। है। इसका डिजाइन विश्व विख्यात आर्किटेक्ट रिचर्ड ग्लूकमैन ने किया है। इस कल्चरल सेंटर में 2000 सीटों वाला भव्य थिएटर है, जहां नाटकों का मंचन किया जाता है। इसके अलावा 250 सीटों वाला स्टूडियो थिएटर है, जिसमें कई सारी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी हैं। इन दोनों थिएटर के अलावा एक क्यूब भी है, जिसमें 125 सीटें हैं। खास बात यह है कि इस क्यूब का स्टेज और बैठने की जगह मूव कर सकती है।
यही नहीं, भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की प्रदर्शनी के लिए इस कल्चरल सेंटर में 16 हजार वर्गफीट में बनी आर्ट गैलरी भी है। सिर्फ यही नहीं, दर्शकों को वर्ल्ड क्लास एक्सपीरियंस देने के लिए इस कल्चरल सेंटर को बेहद खास तरीके से डिजाइन किया गया।