मुंबई और आसपास के इलाकों में दही हांडी उत्सव को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता रहा है। ऊंची दही हांडी फोड़ते वक्त कई बार गोविंदा पथक में शामिल गोविंदा की ऊंचाई से गिरने पर मौत हो जाती है। वहीं कई बार हाथ-पैर में चोट लगने के कारण व्यक्ति अपाहिज भी हो जाता है। इस जोखिम को ध्यान में रखते हुए महारष्ट्र सरकार ने अहम फैसला लिया है। दरअसल गोविंदा पथक में शामिल गोविदाओं के 10 लाख रुपये तक का बीमा महाराष्ट्र सरकार कराएगी।
दही हांडी से पहले गोविदाओं को मिली बीमा कवच
बता दें कि काफी लंबे समय से गोविंदा पथक की ओर से बीमा सुरक्षा की मांग सरकार से की जा रही थी। हालांकि इस फैसले के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की ओर से श्रेय लेने की होड़ भी दिखाई दे रही है। बता दें कि दही हांडी कार्यक्रम का आयोजन राजनीतिक पार्टियों की ओर से किया जाता है। राजनीतिक पार्टियों द्वारा ही ऊंची दही हांडी लगाई जाती है और लाखों रुपये के इनाम रखे जाते हैं। ऐसे में गोविंदा पथक के सदस्यों को कई बार अनहोनी का सामना करना पड़ता है जो अप्रत्यक्ष रूप से राजनीतिक पार्टियों से जुड़ा हुआ है।
श्रेय लेने की मची होड़
गोविंदा पथकों को बीमा सुरक्षा दिए जाने से राज्य सरकार की तारीफ हो रही है। बता दें कि अजित पवार गुट के पास क्रीडा मंत्रालय है और यह निर्णय क्रीड़ा विभाग द्वारा लिया गया है। क्रीड़ा मंत्री संजय बनसोड जो कि अजित पवार गुट से है। वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जब मुख्यमंत्री नहीं थे, तब से ठाणे के टेंभिनाका में दही हांडी का आयोजन करते आ रहे हैं। बता दें कि बीमा कवच के मिलने से लगभग 50 हजार गोविदाओं को इसका फायदा मिलेगा।