अगर आप सरकारी विभाग में कार्यरत हैं। केंद्र सरकार या राज्य सरकार के लिए किसी भी तरह काम कर रहे हैं तो आपको सावधान होने की जरूरत है। दरअसल देश में लोकसभा चुनाव का माहौल है। आदर्श आचार संहिता को लागू कर दिया गया है। ऐसे में देश में कुछ नियम और कानून होते हैं जो आम आदमी से लेकर प्रधानमंत्री तक को मानने होते हैं। लेकिन जो इन नियमों का पालन नहीं करता उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होती है। ऐसी ही एक कार्रवाई महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में देखने को मिली है। यहां इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम के खिलाफ व्हाट्सऐप पर स्टेट्स लगाना एक सरकारी कर्मचारी को महंगा पड़ा है।
वन विभाग के कर्मचारी का हुआ निलंबन
दरअसल वन विभाग के कर्मचारी ने व्हाट्सऐप पर ईवीएम की प्रभावशीलता पर सवाल उठाने वाले स्टेट्स लगाए थे। इस बाबत आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में वन विभाग के कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। चंद्रपुर के जिलाधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी विनय गौड़ा ने कहा कि पांढरकवडा में तैनात शिवशंकर मोरे के यह खिलाफ कार्रवाई की गई। अरनी के सहायक निर्वाचन अधिकारी ने पांढरकवडा के संभागीय वन अधिकारी (वन्यजीव) को लिखे एक पत्र में कहा कि उन्हें मोरे के खिलाफ यह शिकायत मिली है कि उन्होंने 'व्हाट्सअप स्टेटस' लगाकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
ईवीएम के खिलाफ लगाया स्टेट्स
सहायक निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता ने कहा है कि मोरे के 'व्हाट्सअप स्टेटस' में ईवीएम की प्रभावशीलता पर संदेह प्रकट किया गया है जिससे लोगों के मन में भ्रम पैदा हुआ। अरनी चंद्रपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। पत्र में कहा गया है, "किसी सरकारी कर्मचारी से इस तरह के व्यवहार की उम्मीद नहीं की जाती है और यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।" गौड़ा ने कहा कि इस संबंध में संबंधित कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है और मामला दर्ज किया गया है। महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव पांच चरणों में होंगे जिसकी शुरुआत 19 अप्रैल से होगी।
(इनपुट-भाषा)