ठाणे से सटे कल्याण मुंबई के अंधेरी की रहने वाली एक युवती ने हाल ही में आर्थिक तंगी के कारण एक ऐसा कदम उठाया जिससे सभी हैरान रह गए। युवती ने कोलसेवाड़ी पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाई कि उसका लैपटॉप और रुद्राक्ष का माला बाइक सवारों ने उस पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर छीन लिया है। इस घटना ने आसपास के लोगों में चिंता और दहशत पैदा कर दी। लेकिन जांच के बाद सच्चाई कुछ और ही निकली।
जांच में हुआ खुलासा
पुलिस ने जब इस मामले की जांच शुरू की तो उन्हें कई संदिग्ध बातें नजर आईं। सबसे पहले, घटनास्थल पर कोई गवाह नहीं मिला और न ही कोई सीसीटीवी फुटेज में ऐसी कोई घटना कैद हुई थी। पुलिस ने युवती से पूछताछ की और अंततः सच्चाई सामने आ गई। युवती ने कबूल किया कि उसने अपना लैपटॉप खुद ही घाटकोपर में एक दुकानदार को साढ़े चार हजार में बेच दिया था। उसके पास पैसे नहीं थे और उसे तत्काल पैसों की जरूरत थी।
इसलिए युवती ने रची झूठी कहानी
खास बात यह थी कि जो लैपटॉप युवती ने बेचा था वह उसका नहीं बल्कि उसके होने वाले पति का था जो बार बार उससे मांग रहा था और शादी तोड़ने की धमकी दे रहा था। इस सब से बचने के लिए उसने ऐसा कदम उठाया। वह यह नहीं चाहती थी कि लैपटॉप बेचने की बात किसी और को पता चले। इसलिए उसने लैपटॉप छिनैती की झूठी कहानी रच डाली।
पुलिस ने दी ये जानकारी
कोलसेवाड़ी पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अशोक कदम ने बताया कि युवती यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रही थी और उसने क्लास के लिए 10 हजार रुपए भी भर दिया था। वह कल्याण पूर्व नांदिवली के रहने वाले एक युवक से वह प्यार करती थी और उसकी शादी भी उससे होने वाली थी। उसका लैपटॉप लेकर पढ़ाई कर रही थी। इसी बीच युवक को लैपटॉप की जरूरत पड़ी और उसने अपना दिया हुआ लैप टॉप वापस मंगाने लगा। चूंकि युवती लैपटॉप बेच दिया था, इसलिए उसने बहाना बनाया। उसने कहा कि जब मैं अंधेरी से कल्याण उतरकर नांदिवली अपने होने वाले पति के घर लैपटॉप वापस देने के लिए जा रही थी तो शहर पूर्व रेलवे पार्किंग के पास दो युवक एक बाइक पर सवार होकर आए और उसके उपर ब्लीचिंग पावडर डाले और लैपटॉप वाला बैग लेकर फरार हो गए।
जांच में पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लगा
पुलिस ने घटना स्थल पर जाकर सीसीटीवी फोटो खंगाला तो ऐसा कोई हादसा हुआ ही नहीं था। घटना स्थल के अलावा क्षेत्र के अन्य कई जगहों का सीसी टीवी पुलिस ने खंगाला तो भी कोई सुबूत नहीं मिला। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि युवती ट्रेन से उतरने के बाद कल्याण लाश्चिम एक दुकान से ब्लीचिंग का पावडर खरीदी थी। पुलिसिया पूछताछ में युवती ने कूबूल किया कि उसके साथ कोई छिनैती नहीं हुई थी और उसने खुद के कपड़े पर ब्लीचिंग का पावडर डाल लिया था जिससे उसका दुपट्टा जल गया था। ताकि पुलिस को यकीन हो कि उसके साथ हादासा हुआ है।
युवती के कबूलनामे के बाद पुलिस ने फिलहाल उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि इस तरह के झूठे आरोप लगाने से न केवल पुलिस की महत्वपूर्ण समय बर्बाद होता है बल्कि इससे समाज में डर और असमंजस का माहौल भी बनता है। पुलिस ने लड़कीं पर कार्रवाई के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी है।
(कल्याण से सुनील शर्मा की रिपोर्ट)