महाराष्ट्र सरकार के मंत्री गिरीश महाजन का कहना है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष एवं मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले और वे खुद उन विधायकों से मिलकर उनकी नाराजगी दूर कर रहे हैं, जो मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हो पाए हैं। महाजन ने यह भी स्पष्ट किया कि बीजेपी में नाराजगी की कोई बड़ी बात नहीं है।
गिरीश महाजन ने कहा, "हम सभी नाराज विधायकों से मिलकर उनकी नाराजगी को दूर कर चुके हैं। यह एक सामान्य प्रक्रिया है, थोड़ी बहुत नाराजगी तो चलती रहती है। हमारी संख्या बहुत बड़ी है। बीजेपी में 237 विधायक हैं, जिनमें सीनियर लोग भी बहुत हैं। हम सभी को साथ लेकर चलेंगे।" उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री फडणवीस और प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के साथ वह खुद मिलकर हर विधायक की समस्याओं को हल कर रहे हैं।
मंत्रियों के टेन्योर पर क्या बोले गिरीश महाजन?
गिरीश महाजन ने आगे कहा कि बीजेपी ने मंत्रियों के चयन में कोई ढाई साल का टेन्योर निर्धारित नहीं किया है। उनका कहना था कि मंत्री केवल उनकी परफॉर्मेंस के आधार पर चुने जाते हैं और पार्टी ने हमेशा मेरिट के आधार पर ही मंत्रियों का चयन किया है। महाजन ने इस बात पर जोर दिया कि मुख्यमंत्री फडणवीस ने यह साफ कर दिया है कि सभी मंत्रियों का परफॉर्मेंस ऑडिट किया जाएगा और यह जरूरी है ताकि सरकार की कार्यप्रणाली में सुधार किया जा सके।
नाराज विधायकों पर दीपक केसरकर का बयान
महाराष्ट्र सरकार के शिंदे गुट के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री दीपक केसरकर ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि जब मंत्रिमंडल का गठन होता है, तो बहुत से विधायक मंत्री बनने के इच्छुक होते हैं। यदि कोई विधायक मंत्री नहीं बन पाता है, तो शुरू में थोड़ी नाराजगी होती है, लेकिन यह स्थिति कुछ ही दिनों में सामान्य हो जाती है। दीपक केसरकर ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में अच्छा काम किया था और वे इस बात से संतुष्ट हैं कि उनके कार्यों को सही तरीके से देखा गया।
ये भी पढ़ें-
CM ममता को लेकर अभिषेक बनर्जी का बड़ा बयान, 'वन नेशन, वन इलेक्शन' और EVM पर दी तीखी प्रतिक्रिया
अतुल सुभाष सुसाइड: सबूतों के साथ छेड़छाड़ का आरोप, पुलिस ने बताया क्या है मामला?