महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में आए दिन नक्सलियों द्वारा पुलिस व सुरक्षाबलों पर घात लगाकर हमले किए जाते हैं। बीते दिनों गढ़चिरौली में एक थाने से करीब कुछ ही दूरी पर नक्सलियों ने विस्फोटक को जमीन में दबा रखा था। उनका मकसद था सुरक्षाबलों और पुलिसकर्मियों को नुकसान पहुंचाना। हालांकि पुलिस ने विस्फोटक का पता लगा लिया और बड़ा हादसा टल गया। बता दें कि नक्सलियों द्वारा फरवरी महीने में टीसीओसी काल मानाया जाता है। इस दौरान माओवादी सरकारी सपत्ति या पुलिस बलों पर अक्सर हमला करते हैं।
पुलिस के हाथ लगी बढ़ी सफलता
हालांकि इसी बीच गढ़चिरौली पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। दरअसल पुलिस ने यहां 6 लाख रुपये के इनामी जहाल महिला माओवादी राजेश्वरी उर्फ कमला पाडगा गोटा को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक गिरफ्तारी नक्सली साल 2006 में चेतना नाट्य मंच के सदस्य के रूप में काम करती थी, जिसके बाद वह माओवादी आंदोलन में सक्रिया हो गई। साल 2010-11 में चेतना मंच में डिप्टी कमांडर के रूप में उसका प्रमोशन हुआ। इसके बाद साल 2016 में फरसगेड़ दलम में उसका तबादला हो गया, जहां वह साल 2019 तक काम करती रही।
महिला नक्सली की हुई गिरफ्तारी
इसके बाद साल 2019 में पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में आपराधिक शिकायत के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया। साल 2020 में उसे जेल से रिहा कर दिया गया। बाद में साल 2023 तक टेलर टीम दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के तहत वह एरिया कमेटी मेंबर के पद पर कार्यरत थी। अपने कार्यकाल के दौरान वह साल 2016 में पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में शामिल थी। ऐसे में अलग-अलग कई मुठभेड़ों में उसका नाम सामने आया। चाहे वह गढ़चिरौली में हो, भोपालपट्टनम में हो, फरसेगड़ में या फिर बीजापुर में। ऐसे में महिला नक्सली की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है।