Highlights
- आजाद पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता और धर्मनिरपेक्ष चेहरा थे: पृथ्वीराज चव्हाण
- "पार्टी में यथास्थिति बनाए रखना कांग्रेस के लिए अच्छा नहीं है"
Prithviraj Chavan: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी के पास ‘‘कठपुतली अध्यक्ष’’ न होकर विधिवत रूप से निर्वाचित अध्यक्ष होना चाहिए। चव्हाण ने यहां संवाददाताओं से कहा कि आगामी संगठनात्मक चुनावों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा चुने गए नेताओं द्वारा निर्वाचित अध्यक्ष को पार्टी के कामकाज में सहायता प्रदान की जानी चाहिए। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने इस बात पर अफसोस जताया कि पार्टी ने पिछले 24 वर्षों से संगठनात्मक चुनाव नहीं कराए हैं।
आजाद के पार्टी छोड़ने को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के पार्टी से इस्तीफा देने के बारे में पूछे जाने पर चव्हाण ने वरिष्ठ नेता के पार्टी छोड़ने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आजाद पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता और धर्मनिरपेक्ष चेहरा थे। चव्हाण, पार्टी के असंतुष्ट धड़े ‘जी 23’ का एक हिस्सा है। समूह ने अगस्त 2020 में कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को एक पत्र लिखकर संगठन में आंतरिक सुधार की मांग की थी। उन्होंने कहा पत्र का उद्देश्य पार्टी को मजबूत करना था।
"आजाद ‘जी23’ समूह के एक प्रमुख सदस्य थे"
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चव्हाण ने कहा कि पत्र का उद्देश्य पार्टी के हितों की रक्षा करना और उसे मजबूत करना था, लेकिन हस्ताक्षर करने वालों की आलोचना की गई और उन्हें निशाना बनाया गया। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आजाद ‘जी23’ समूह के एक प्रमुख सदस्य थे। चव्हाण ने कहा कि पार्टी में यथास्थिति बनाए रखना कांग्रेस के लिए अच्छा नहीं है, जो 2014 से केंद्र की सत्ता से बाहर है।