महाराष्ट्र के लातूर जिले के मुरुड गांव में टमाटर का भाव ना मिलने के कारण किसानों ने मुफ्त में टमाटर बांट दिए हैं। मार्केट में टमाटर के भाव में भारी गिरावट आने के कारण तीन किसानों ने मिलकर मुरुड गांव में टमाटर को फ्री में बांटना शुरू कर दिया। जो टमाटर तीन महीने पहले 200 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रहे थे, उन्हें आज लातूर के बाजार में सिर्फ 3 रुपए प्रति किलो का ही भाव मिल रहा है। दो महीने पहले टमाटर के बढ़ते रेट को देख सब्जी उत्पादक किसानों ने मार्केट में अच्छा भाव मिलने की उम्मीद से टमाटर के उत्पादन पर जोर दिया, लेकिन अब टमाटर की मार्केट में आवक इतनी बढ़ गई है कि लातूर के मार्केट में हर दिन 5000 कैरेट टमाटर की आवक हो रही है।
थोक बाजार में सिर्फ 3 से 5 रुपए का भाव
इस बढ़ती हुई आवक के कारण 200 रुपए प्रति किलो से बिकने वाला टमाटर अब थोक मार्केट में सिर्फ 3 से 5 रुपए प्रति किलो के भाव से ही बिक रहा है। इस वजह से लाखों रुपयों की लागत और कई महीनों की मेहनत करने के बावजूद भी जब मार्केट में टमाटर को सिर्फ 3 रुपए प्रति किलो भाव मिला तो तंग आकर मुरुड शहर के सब्जी मार्केट में तीन टमाटर उत्पादक किसानों ने मिलकर मार्केट में खरीदारी करने आए लोगों को मुफ्त में टमाटर बांट दिए। एक तरफ टमाटर बांट रहे बेबस किसान अपने नुकसान के बारे में चिल्ला चिल्ला कर बता रहे थे, तो वही दूसरी ओर मुफ्त में मिल रहे टमाटर को लेने के लिए लोग एक दुसरे से लड़ते हुए दिखे।
250 रुपये प्रति किलो से भी महंगा हुआ था टमाटर
गौरतलब है कि अगस्त महीने के वक्त देशभर में टमाटर की कीमतें आसमान छूने लगी थीं। थोक बाजार में टमाटर के भाव 220 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए थे, जिसके कारण खुदरा कीमतें आम आदमी की पहुंच से बार हो गई थीं। प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण आपूर्ति बाधित होने से टमाटर की कीमत इतनी बढ़ गई थीं। अगस्त महीने में आए उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, टमाटर की खुदरा कीमतें 203 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई थी, जबकि मदर डेयरी के सफल स्टोर पर कीमत 259 रुपये प्रति किलोग्राम थी।
(रिपोर्ट- आसिफ पटेल)
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