नीट परीक्षा में अनियमित को लेकर काफी अस्थिरता देश में अभी बनी हुई है। पूरे भारत में नीट में प्रथम रैंक हासिल करने वाले नागपुर के वेद सुनील कुमार शेंडे अब इस पर अपना रिएक्शन दिया है। वेद ने री-नीट व अपनी तैयारी के मुद्दों पर इंडिया टीवी से बातचीत की। उन्होंने नीट विवाद पर कहा कि कुछ लोगों की गलतियों की वजह से री-नीट की कोई आवश्यकता नहीं है। सुप्रीम कोर्ट, सीबीआई और सरकार मेहनत करने वाले बच्चों के साथ जस्टिस करेगी वेद ने अपनी तैयारी को लेकर कहा कि उन्होंने 2 वर्षों से अपनी तैयारी के लिए लगातार 10 से 11 घंटे पढ़ाई की है।
NEET को लेकर काफी कंट्रोवर्सी
आगे वेद ने कहा कि नीट की परीक्षा देने के बाद अभी मुझ जैसे बच्चों ने किताब को हाथ भी नहीं लगाया। उन्होंने आगे कहा कि बड़ी मेहनत की बदौलत ही देश में प्रथम स्थान हासिल किया है और उन्होंने 720 में से 720 नंबर हासिल किए हैं नीट को लेकर काफी कंट्रोवर्सी पैदा हो गई है, पर जिन लोगों ने मेहनत करके नंबर लाए है, उनको ड्रीम कॉलेज मिल रहा है। उनके लिए फिर से निट देना अनफेयर हो जाएगा। हम लोगों ने 5 मई के एग्जाम को तयकर दो-दो तीन-तीन साल तैयारी की है, यदि री नीट की बात आती है तो कम समय में उन्हें यह सब करना पड़ेगा, पेपर देने के बाद किसी भी छात्र ने पढ़ाई नहीं की है। जिन लोगों ने गलती की है उनको छोड़ा नहीं जाना चाहिए। हमें सीबीआई और कोर्ट पर पूरा भरोसा है कि उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी।
सनने के बाद काफी दुख हो रहा
वेद ने आगे कहा कि रिजल्ट आ जाने के बाद यह सब सुनने के बाद काफी दुख हो रहा है। इसके पीछे यही है कि मेहनत करके कुछ लोग नंबर लेते हैं और कुछ लोग बिना मेहनत करके अनफेयर तरीके से नंबर ले लेते हैं। ऐसा लगता है कि यह मेहनती लोगों के साथ नाइंसाफी है। कहीं ना कहीं सिस्टम में गड़बड़ी को दुरुस्त करने की जरूरत है जिसमें सुधार लाया जा सके, पेपर लीक से बचने के लिए कुछ ना कुछ कदम उठाना ही पड़ेगा।
जिनको ग्रेस मार्क मिला उन्हें मिला जस्टिस
वेद ने फिर आगे कहा कि जिनको परीक्षा में ग्रेस मार्क मिला है उनको जस्टिस मिल गया है, क्योंकि उनका टाइम लॉस हो गया है, उनको एक और अटेम्प्ट मिल गया है। एम्स दिल्ली में एडमिशन लेने की इच्छा रखने वाले वेद ने कहा कि पेपर लीक कब से चल रहा है पता नहीं, गलत तरीके से जो परीक्षा देते है उनकी वजह से मेहनत करने वाले बच्चों को ड्रीम कॉलेज नहीं मिल पाता।
माता-पिता ने कहा कि री-नीट की बात जायज नहीं
वेद शेंडे के माता-पिता पेशे से डॉक्टर है, इस मुद्दे को लेकर डॉ. सुनील शेंडे और डॉ. शिल्पा शेंडे ने कहा कि रोज जब वह टीवी पर न्यूज़ देखते हैं, तो तनाव में आ जाते हैं। उनके बच्चे ने मेहनत किया है और उसके बदौलत उसे नंबर मिला है, कुछ गलत लोगों की वजह से इन बच्चों पर काफी असर पड़ रहा है। री-नीट की जो बात कर रहे हैं वह जायज नहीं है, वेद के माता-पिता ने कहा कि यह काफी ज्यादा स्ट्रेसफुल है, उनको भरोसा है कि सरकार और कोर्ट मेहनत करने वाले बच्चों के साथ खड़ी रहेगी।
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