महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए 20 नवंबर को होने जा रहा है। 23 नवंबर को चुनाव के रिजल्ट घोषित किए जाएंगे। महाराष्ट्र में चुनाव लड़ रहे दो धड़े हैं। महाविकास अघाड़ी और महायुति। महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस, एनसीपीएसपी और शिवसेना यूबीटी हैं। वहीं दूसरी तरफ महायुति में भाजपा, शिवसेना और एनसीपी है। इस बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम व एनसीपी प्रमुख अजित पवार से इंडिया टीवी ने खास बातचीत की। इस दौरान अजित पवार ने दावा किया कि महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनेगी और उन्होंने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। सवालों का जवाब देते हुए अजित पवार ने कहा कि नॉर्थ की राजनीति अलग है और साउथ की राजनीति अलग है। लेकिन महाराष्ट्र की राजनीति पूरी ही अलग है। 1985 के बाद से एक भी पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ महाराष्ट्र में नहीं आई और इस बार भी नहीं आएगी। महाराष्ट्र का यही तरीका है।
महाराष्ट्र में नहीं बन सकती एक पार्टी की सरकार
उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए किसी न किसी तो मदद लेनी ही पड़ती है। नवाब मलिक को टिकट देने को लेकर उन्होंने कहा कि मेरी विचारधारा अलग है। सबने मिलकर और पार्लियामेंट बोर्ड ने मिलकर टिकट का बंटवारा किया है। हम कॉमन मिनिमम प्रोग्राम सामने रखते हैं। किसी एक पार्टी की सरकार नहीं आने वाली और ना ही आगे आने वाली है। पहले ढाई साल हम उद्धव ठाकरे के साथ गए। उद्धव ठाकरे के विचारों को लेकर उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने कॉम्प्रोमाइज किया है। उन्होंने विपक्ष को लेकर कहा कि सरकार के 400 पार के नारे को लेकर ही विपक्ष ने फेक नैरेटिव तय किया ताकि वे संविधान बदल सकें, आरक्षण बंद कर सकें और देश को हिंदु राष्ट्र घोषित कर सकें। ये फेक नैरेटिव विपक्ष ने फैलाया। देश में ये सब कभी नहीं होने वाला है।
वक्फ बोर्ड पर क्या बोले अजित पवार
वक्फ पर बोलते हुए अजित पवार ने कहा कि एनडीए के चंद्रबाबू नायडू, नीतीश कुमार इन सबका समर्थन होगा तभी यह कानून आएगा। ज्वाइंट सेलेक्ट कमेटी के पास यह बिल गया है। एक बार उन्हें अध्ययन कर लेने दो। बहुत दफा हमें ठीक से मालूम नहीं होता है कि उसमें क्या है। किसी के उपर अन्याय नहीं होना चाहिए इसका भी हम ध्यान रखेंगे। जो देश के लोगों को, माइनॉरिटी को ठीक लगे, तो उसे सपोर्ट करेंगे। अजित पवार ने कहा कि कटेंगे और बटेंगे के नारे पर बहुत से भाजपा के नेताओं की अलग राय है। पहले एक नारा था सबका साथ, सबका विकास। देश एक है, हम सब भारतीय हैं तो सेफ हैं। उन्होंने वोट जिहाद पर कहा कि उसके बारे में थोड़ा सोचकर बताना पड़ेगा, क्योंकि 20 तारीख को चुनाव है। किसके कारण यह बयान आया है, उसका मतलब और अर्थ सोचकर, थोड़ा पढ़कर अपनी राय दूंगा।
मैं गद्दार नहीं हूं, बोले अजित पवार
अजित पवार ने आगे कहा, 'हमने काम करते वक्त अल्पसंख्यकों के लिए फंड्स और बजट दिया है। पवार परिवार के विघटन को लेकर उन्होंने कहा कि साहब से कितनी बार विधायकों ने कहा कि हमें सरकार में जाना चाहिए। उन्होंने उस समय रिटायर होने की घोषणा की लेकिन उसे वापस ले लिया। हम लोगों के काम के लिए चुनाव लड़ते हैं और जीत के आने के बाद काम करना चाहते हैं। शरद पवार एक ऐसे राजनेता हैं कि उनके मन में क्या चल रहा है, यह कोई भी नहीं बता सकता है। सुप्रिया भी नहीं बता सकती हैं। उन्होंने कहा कि मैंने गद्दारी नहीं की है। वहीं पार्टी में मैं हूं। उसी पार्टी का सिंबल मेरे साथ है। असेंबली स्पीकर ने हमें दिया है। सुप्रीम कोर्ट में यह मामला है।