AJIT PAWAR EXCLUSIVE: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए अब ज्यादा दिन शेष नहीं हैं। इससे पहले एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने इंडिया टीवी से खास बातचीत की। इंडिया टीवी से बात करते हुए अजित पवार ने कहा कि वह बारामती की जनता से 1987 से जुड़े हुए हैं, यहां के लोग उन्हें अच्छे से जानते हैं और उन्होंने जनता से 8वीं बार खुद को विधानसभा भेजने की रिक्वेस्ट की। इसके अलावा यूगेंद्र पवार पर उन्होंने कहा कि उसे दोष देकर क्या फायदा, उसकी अभी शुरुआत है। वहीं पवार परिवार में फूट पर भी अजित पवार ने खुलकर अपनी बात रखी। आइये जानते हैं अजित पवार ने क्या कहा...
1987 से बारामती के साथ
एनसीपी प्रमुख अजित पवार से जब पूछा गया कि आप बारामती को किस तरह से देखते हैं? इस पर उन्होंने कहा कि बारामती से मैंने 1987 से शुरुआत की, तभी ये यहां आता-जाता रहा हूं। यहां के लोगों ने अजित पवार को ही अपने नेता के तौर पर देखा है। उन्होंने वोटर्स से कहा कि आपने सात बार मुझे चुना है, आठवीं बार भी आप मुझे चुनकर भेज दीजिए, यही आपसे रिक्वेस्ट करता हूं।
यूगेंद्र पवार की अभी शुरुआत है
वहीं खुद के खिलाफ यूगेंद्र पवार को चुनाव लड़ाए जाने को लेकर पूछे गए सवाल का भी अजित पवार ने जवाब दिया। उन्होंने यूगेंद्र पवार को लेकर कहा, 'उसको दोष देकर क्या फायदा, उसे टिकट किसने दिया, ये देखना चाहिए। वो तो एक 33 साल का लड़का है, उसकी अभी तक शादी भी नहीं हुई, उसकी अभी शुरुआत है। उसे टिकट दिया, इसलिए उसे खड़ा होना पड़ा, पॉलिटिक्स में ऐसा चलता है। हर एक को इसमें खड़ा होना का अधिकार है। वह उसके हिसाब से वोट मांग रहा है, मैं अपने हिसाब से वोट मांग रहा हूं। अब जनता को देखना है कि किसे वोट देना है।'
'पवार बनाम पवार' में मानी खुद की गलती
वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या बारामती में पवार बनाम पवार को टाला जा सकता है? इस पर उन्होंने कहा, 'मैं गलती की थी कि सुप्रिया के खिलाफ सुनेत्रा को खड़ा किया, लेकिन वो गलती नहीं करनी चाहिए थी, ये बात मैं कई बार मान चुका हूं। ये लोगों को भी ठीक नहीं लगा और बाद में भी मैंने सोचा तो लगा कि नहीं करना चाहिए था।'
शरद पवार के आरोपों पर दिया जवाब
इसके अलावा शरद पवार को लेकर उन्होंने कहा, 'हम छोड़ के नहीं गए, पार्टी सभी मिलकर बनाते हैं और सभी मिलकर चलाते हैं। पवार साहब ने इस्तीफा दिया और कहा कि किसी और को पार्टी की कमान देनी चाहिए, लेकिन बाद में फिर वो आए और बोले कि मैं फिर से उसी तरह से पार्टी की कमान संभालुंगा। इसके बाद पार्टी के लोग साथ आए और उन्होंने साइन करके दिया कि पार्टी के प्रमुख अजित पवार होने चाहिए। तो ये जो बोल रहे हैं कि पार्टी को चुरा लिया तो ऐसा कुछ नहीं है। अकेला मैं इसमें नहीं था, उसमें छगन भुजबल और प्रफुल्ल पटेल जैसे कई बड़े नेता शामिल थे। हमारा बस इतना ही कहना है कि हमने सरका में कई अच्छे फैसले लिए और हम सिर्फ उसी के बारे में बात करेंगें। हम किसी पर आरोप नहीं लगाएंगे। सभी अपने-अपने हिसाब से काम करें।'
यहां देखें अजित पवार का पूरा इंटरव्यू-
यह भी पढ़ें-
आधी रात को पप्पू यादव के घर की हुई रेकी, जारी किया CCTV फुटेज; बताया जान का खतरा
CM योगी को जान से मारने की धमकी, कहा- 'बाबा सिद्दीकी जैसा हाल कर देंगे'; मांगा इस्तीफा