महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नागपुर में एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। यहां उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बड़ा बयान दिया है। दरअसल उन्होंने महाराष्ट्र में हुए शिवसेना के दो फाड़ को लेकर बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि मैं डॉक्टर नहीं हूं, लगभग डेढ़ साल पहले मैंने एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया था। कुछ लोगों के कमर और गर्दन के पट्टे को हटा दिया था। सीएम शिंदे ने दरअसल नागपुर में डॉक्टरों के एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने सम्मेलन में सभा को संबोधित करते हुए ये बयान दिया।
उद्धव ठाकरे पर एकनाथ शिंदे का तंज
दरअसल शिवसेना यूबीटी प्रमुख का नाम लिए बगैर एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने डेढ़ साल एक ऑपरेशन किया था, जिसके बाद कुछ लोगों के कमर और गले में से पट्टा हट गया था। उन्होंने इस दौरान डॉक्टरों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं को हल करने का वो प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की स्वास्थ्य प्रणाली अच्छे तरीके से सुसज्जित होनी चाहिए। शिंदे ने कहा कि सरकार डॉक्टरों की मांग के मुताबिक नए अस्पतालों के पंजीकरण में आने वाली कठिनाइयों को कम करने का प्रयास कर रही है।
क्या बोले एकनाथ शिंदे
गौरतलब है कि डेढ़ साल पहले महाराष्ट्र में सियासी भूचाल देखने को मिला था। दरअसल यहां राज्य में महाविकास अघाड़ी की सरकार थी। इस बीच शिवसेना में सियासी उठापटक देखने को मिली। एक तरफ जहां उद्धव ठाकरे सरकार बचाने में लगे हुए थे। वहीं दूसरी तरफ पार्टी के कुछ नेताओं ने खुद को पार्टी से अलग कर दिया। इस गुट का नेतृत्व कर रहे थे एकनाथ शिंदे। उनके नेतृत्व में कई शिवसैनिक नेताओं ने उद्धव ठाकरे से किनारा कर लिया। इसके बाद महाराष्ट्र में सरकार गिर गई। हालांकि इसके बाद भाजपा नीत शिवसेना गठबंधन की सरकार बनी। बता दें कि वर्तमान में चुनाव आयोग ने शिवसेना की कमान एकनाथ शिंदे को सौंप रखी है।