मुंबई: महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख द्वारा सचिन वाजे को हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली का टारगेट देने का पर्दाफाश होने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) सक्रिय हो गया है। परमबीर सिंह मामले में अब ईडी भी कार्रवाई कर सकती है। ईडी सूत्रों के मुताबिक परमबीर सिंह के खत पर एजेंसी पैनी नजर बनाए हुए है। खत में लिखी सभी बातों पर ईडी ने संज्ञान लिया है और अब ईडी भी मामले की जांच कर सकती है। ईडी सूत्रों के अनुसार परमबीर सिंह मामले में रकम बड़ी है और ये मुद्दा काफी समय से चल रहा है। ईडी को आशंका है कि यह मामला कई करोड़ों का हो सकता है।
वहीं, बीजेपी नेता राम कदम ने भी आज ट्वीट कर इस मामले की ईडी से जांच कराने की मांग की है।
ईडी जल्द ही एनआइए से जांच का विस्तृत ब्यौरा मांगने जा रहा है। परमबीर सिंह के आठ पेज के पत्र में सच्चाई पाये जाने की स्थिति में ईडी मनी लांड्रिंग रोकथाम कानून के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर सकता है। ईडी ने कहा कि यदि परमबीर सिंह के आरोपों में सच्चाई है, तो मनी लांड्रिंग का मामला बनता है।
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यदि परमबीर सिंह के आरोपों में सच्चाई है, तो सालाना हजारों करोड़ रुपये के मनी लांड्रिंग का मामला बनता है और इसकी तह तक जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अवैध वसूली से बनाई संपत्तियों का पता लगाकर उन्हें जब्त करना ईडी का काम है। ये संपत्ति चाहे चल-अचल, नकद या फिर क्रिप्टोकरेंसी जैसे डिजिटल रूप में ही क्यों नहीं हो।