Highlights
- ईडी ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के साले के स्वामित्व वाली कंपनी की 6.45 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की हैं।
- संजय राउत ने कहा कि उद्धव के साले के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जांच करने से निरंकुशता का पता चलता है।
- शरद पवार ने कहा कि यह कार्रवाई राजनीतिक कारणों से कुछ लोगों को परेशान करने के लिए की गई है।
मुंबई/नयी दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को कहा कि उसने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के एक रिश्तेदार के स्वामित्व वाली कंपनी की 6.45 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की हैं। ईडी ने एक बयान में कहा कि उसने श्री साईबाबा गृहनिर्मिती प्राइवेट लिमिटेड के मुंबई के निकट ठाणे में स्थित नीलांबरी परियोजना में 11 आवासीय फ्लैटों को कुर्क करने के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत एक अस्थायी आदेश जारी किया है।
उद्धव की पत्नी के भाई हैं कंपनी के मालिक: ईडी
प्रवर्तन निदेशालय ने अपने बयान में कहा है कि उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि के भाई श्रीधर माधव पाटनकर, श्री साईबाबा गृहनिर्मिती प्राइवेट लिमिटेड के मालिक हैं और उसे नियंत्रित करते हैं। इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के रिश्तेदार के विरुद्ध धन शोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जांच करने से निरंकुशता का पता चलता है। राउत के अलावा पवार ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ईडी की कार्रवाई राजनीतिक कारणों से कुछ लोगों को परेशान करने के लिए की गई है।
पवार ने कहा, राजनीतिक कारणों से की गई है कार्रवाई
संजय राउत ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी उन राज्यों में इस प्रकार की कार्रवाई कर रही है जहां वह सत्ता में नहीं है। इसका उद्देश्य सत्ता है।’ उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से एजेंसी की निरंकुशता का पता चलता है। वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि इस कार्रवाई के पीछे राजनीतिक कारण हैं। पवार ने कहा, ‘इन संसाधनों (केंद्रीय एजेंसियों) का दुरुपयोग आज राष्ट्र के सामने एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। यह कार्रवाई राजनीतिक कारणों से कुछ लोगों को परेशान करने के लिए की गई है।’