पालघर: महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने के 16 महीने बाद पुलिस ने उसके डीएनए नमूने के आधार पर उसके परिवार का पता लगाया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि पालघर एवं बोइसर रेलवे स्टेशनों के बीच रेल की पटरी पर अक्टूबर 2019 में पुलिस को 32 साल के व्यक्ति का एक क्षत-विक्षत शव मिला था।
पालघर रेलवे पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक योगेश आत्माराम देवड़े ने बताया कि मृतक की पहचान उस वक्त नहीं हो सकी, लेकिन उसकी हड्डियों को मुंबई के एक प्रयोगशाला में डीएनए जांच के लिए संरक्षित कर लिया गया। उन्होंने बताया, ‘‘पुलिस इस मामले की अनुसंधान में जुटी हुई थी। हम पास के गांवों में गए और स्थानीय लोगों से इस बारे में पूछताछ कि क्या उनके परिवार का कोई सदस्य लापता है। इसी दौरान कोलगांव के रहने वाले 58 साल के एक श्रमिक ने बताया कि उसका बेटा लापता है।’’
अधिकारी ने बताया कि इसके बाद श्रमिक के रक्त का नमूना प्रयोगशाला में भेजा गया ओर डीएनए जांच में इस बात की पुष्टि हुई कि मृतक उसका बेटा था। देवड़े ने बताया, ‘‘पांच दिन पहले, प्रयोगशाला की तरफ से हमें सूचित किया गया कि मृतक के डीएनए का नमूना श्रमिक के नमूने के साथ मिल रहा है। इसके बाद उसके परिजन को इस बारे में सूचित किया गया।’’