महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं और सभी सीटों पर एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान हुए थे। दिंडोशी से शिवसेना यूबीटी ने सुनील प्रभु को चुनावी मैदान में उतारा है, तो वहीं शिवसेना ने संजय निरूपम को टिकट दिया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि इस बार यहां सुनील प्रभु हैट्रिक लगाने में कामयाब होते हैं या फिर शिवसेना उन्हें इस बार पटखनी दे देगी। आपको बता दें कि इस सीट पर पिछले दो बार से सुनील प्रभु की जीत हो रही है। ऐसे में इस बार सुनील प्रभु की हैट्रिक पर सभी की नजरें टिकी हैं। आइए आपको बताते हैं कि इस बार के चुनाव में लोगों ने किसे ज्याद वोट दिए हैं और कौन अभी आगे चल रहा है।
दिंडोशी सीट का चुनावी इतिहास
दिंडोशी महाराष्ट्र के 288 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। दिंडोशी एक GEN सीट है। शिवसेना और एनसीपी इस निर्वाचन क्षेत्र में मुख्य दल हैं। 2019 के विधानसभा मे शिवसेना के सुनील प्रभु ने 44,511 वोटों के अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की थी। उन्हें 52.61 % वोट शेयर के साथ 82,203 वोट मिले थे। सुनील प्रभु ने NCP के विद्या चाव्हाण को हराया था, जिन्हें 37,692 वोट (24.13 %) मिले थे। वहीं 2014 के विधानसभा चुनाव में भी सुनील प्रभु ने ही इस सीट से जीत हासिल की थी। 2014 के विधानसभा चुनाव में सुनील प्रभु को 35.47 % वोट शेयर के साथ 56,577 वोट मिले थे। वहीं INC उम्मीदवार राजहंस सिंह को 36,749 वोट (23.04 %) मिले। सुनील प्रभु ने राजहंस सिंह को 19,828 वोटों के अंतर से हराया था।
नतीजों पर पूरे देश की नजर
महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर पूरे देश की नजर है, क्योंकि राज्य में इस बार का चुनाव काफी रोचक है। सियासी दलों के अलावा पूरे देश की जनता ये देखना चाहती है कि महाराष्ट्र की जनता के मन में क्या है और वह किस पार्टी को राज्य की सत्ता में स्थापित करना चाहती है। ये देखना दिलचस्प होगा कि महाराष्ट्र में किस पार्टी को सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे और कौन पीछे रहेगा। बता दें कि राज्य की सभी 288 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान हुआ था, जिसकी गिनती आज की जा रही है।