मुंबई: महाराष्ट्र के पुणे जिले की चिंचवड़ और कसबा सीटों पर होनेवाले उपचुनाव को लेकर महाविकास अघाड़ी में मतभेद खुलकर सामने आ रहे हैं। चिंचवड विधानसभा सीट पर शिवसेना और एनसीपी दोनों दलों की तरफ से दावा ठोंके जाने से महाविकास अघाड़ी गठबंधन में टकराव की स्थित पैदा हो गई है। चिंचवड़ और कसबा विधानसभा सीटों पर 27 फरवरी को मतदान होना है।
दरअसल, चिंचवड़ सीट पर एनसीपी ने अपने उम्मीदवार को चुनाव में लड़ाने का दावा किया है। कल शरद पवार ने एमसीपी नेताओ के साथ बैठक की उंसके बाद शाम को एनसीपी के जयंत पाटिल, अजित पवार उद्वव ठाकरे से मातोश्री में मिले। इसके बावजूद आज ऊद्धव ठाकरे ने शिवसेना भवन में शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की ।इस बैठक के बाद शिवसेना ने कहा कि चिंचवड़ सीट से शिवसेना लड़ना चाहती है।
शिवसेना ने की ओर से कहा गया कि कसबा सीट पर कांग्रेस एनसीपी आपस में सहमति के आधार पर उम्मीदवार तय कर चुनाव लड़े लेकिन चिंचवड़ सीट शिवसेना को ही दे। पिछले चुनाव में शिवसेना के स्थानीय नेता राहुल कलाते ने इस सीट पर एक लाख से ज्यादा वोट हासिल किया था।
बीजेपी और शिंदे गुट यह प्रयास है कि ये दोनों उपचुनाव निर्विरोध हों। आज मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी विपक्ष से यही अपील कीहै कि महाराष्ट्र की परंपरा को कायम रखते हुए चुनाव निर्विरोध हो, पर ऊद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना का कहना है कि पंढरपुर, देगलूर उपचुनाव में एनसीपी और कांग्रेस के विधायकों के दुःखद निधन के बाद बीजेपी चुनाव लड़ी। अंधेरी उपचुनाव में भी उम्मीदवार उतारा पर हार के डर से उमीदवार पीछे लिया। इसलिए बीजेपी परंपरा की बात न करे।
बता दें कि पुणे की चिंचवड़ सीट से बीजेपी के लक्ष्मण जंगताप विधायक थे तो कसबा सीट से बीजेपी कीमुक्ता तिलक विधायक थीं। दोनों का लंबी बीमारी से निधन होने के बाद इन सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं।
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