मुंबईः महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को भारी जीत दिलाने के बाद अब मुख्यमंत्री पद को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। दिलचस्प बात यह है कि एकनाथ शिंदे ने मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया। इससे नए मुख्यमंत्री के शपथग्रहण का रास्ता साफ हो गया है। सूत्रों के अनुसार, देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। जबकि एकनाथ शिंदे को डिप्टी सीएम की कमान सौंपी जा सकती है। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री बीजेपी का होगा और वह पांच साल तक पद पर बना रहेगा। यानी सीएम पद किसी भी पार्टी को शेयर नहीं किया जाएगा।
देवेंद्र फडणवीस का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय
बीजेपी के मुताबिक ढाई साल पहले देवेंद्र फडणवीस को ही सीएम बनना था लेकिन बीजेपी ने बड़ा दिल दिखाया और एकनाथ शिंदे को सीएम बनाया। ऐसे में इस बार भी बीजेपी सिर्फ सबसे बड़ी पार्टी ही नहीं बल्कि शिंदे के विधायकों से डबल से ज्यादा और बहुमत के करीब है। ऐसे में बीजेपी का मुख्यमंत्री बनना तो तय है और देवेंद्र फडणवीस ही मुख्यमंत्री होंगे। 5 साल तक बीजेपी का ही सीएम रहेगा इसमें कोई गुंजाइश नहीं है कि सीएम पद का कोई बंटवारा हो।
एकनाथ शिंदे और अजीत पवार को मिल सकता है ये मंत्रालय
सूत्रों ने बताया कि जिस तरह फडणवीस डिप्टी सीएम बनकर शिंदे के नेतृत्व में ढाई साल काम किए। ठीक वैसे ही एकनाथ शिंदे भी फडणवीस के नेतृत्व में डिप्टी सीएम बनकर सरकार में रहेंगे। ऐसी संभावना है शिंदे को शहरी विकास या PWD मंत्रालय दिया जा सकता है जो भारी भरकम मंत्रालय है। सूत्रों के अनुसार, अजीत पवार को वित्त मंत्रालय दिया जा सकता है और वो भी डिप्टी सीएम रहेंगे। जबकि गृह विभाग हमेशा की तरह बीजेपी के पास रहेगा यानी कि देवेंद्र फडणवीस ही गृह मंत्रालय भी संभालेंगे।
एकनाथ शिंदे के पास है ये विकल्प
दूसरी संभावना यह है कि एकनाथ शिंदे अपने किसी दूसरे नेता की डिप्टी सीएम का पद दे सकते है। शिंदे गुट के उदय सामंत , शंभुराजे देसाई, या दीपक केसरकर ये नाम हो सकते हैं। एकनाथ शिंदे आने वाले समय में राज्यसभा से दिल्ली की राजनीति में एंट्री कर केंद्र में मंत्री पद ले सकते हैं। हालांकि केंद्र में वह जाएंगे इसकी संभावना बहुत कम है।
उद्धव की राजनीतिक विरासत में आखिरी कील ठोकने की तैयारी में बीजेपी और शिंदे
दरअसल आने वाले समय में दो दर्जन से ज्यादा महानगर पालिका के चुनाव है। इसमें मुंबई से लेकर ठाणे तक चुनाव होना है। ऐसे में शिंदे के सामने असली शिवसेना वाली कहानी अभी खत्म नहीं हुई है। ठाणे महानगर पालिका में शिंदे काबिज होने के लिए बीजेपी का सहारा लेंगे तो मुंबई में बीजेपी महानगर पालिका में काबिज होगी जिसके लिए शिंदे के सहारे की जरूरत होगी।
मुंबई और ठाणे महानगर पालिका उद्धव के हाथ से गई तो उनकी राजनीतिक विरासत में ये आखिरी कील साबित होगी। अकेले ठाणे जिले में ही आधा दर्जन महानगर पालिका है। मीरा भयंदर वसई विरार सहित पुणे नाशिक औरंगाबाद नागपुर पिंपरी सहित सभी अन्य जिले के मनपा चुनाव बाकी हैं।
रामदास अठावले बोले- फडणवीस ही बनेंगे मुख्यमंत्री
वहीं, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि जब एकनाथ शिंदे को पता चला कि बीजेपी आलाकमान ने (महाराष्ट्र के) सीएम के तौर पर देवेंद्र फड़णवीस को चुना है तो वह थोड़े नाखुश हुए, जिसे मैं समझ सकता हूं। लेकिन बीजेपी को 132 सीटें मिली हैं सीटें और इसलिए मुझे लगता है कि एक रास्ता होना चाहिए, देवेंद्र फड़नवीस को सीएम बनाया जाना चाहिए। अगर एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम बनने के इच्छुक नहीं हैं, तो उन्हें पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में केंद्रीय मंत्री बनाया जा सकता है।