पुणेः महाराष्ट्र के पुणे शहर में आज दही हांडी उत्सव मनाया जाएगा। संभावित भीड़ को देखते हुए पुलिस ने कई जगहों पर रूट डायवर्जन किया है। पुणे ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि मंगलवार शाम 5 बजे से जब पुणे के मध्य भागों में अधिकांश दही हांडी उत्सव शुरू हो जाएंगे, तो कई जगहों पर सड़के बंद रहेगी और कुछ जगहों पर रूट डायवर्जन रहेगा। पुलिस ने कहा कि डायवर्जन तब तक लागू रहेंगे जब तक दही हांडी उत्सव खत्म नहीं हो जाता। इस संबंध में पुलिस उपायुक्त (यातायात) अमोल ज़ेंडे ने एक आदेश जारी किया है।
- शिवाजी रोड से स्वारगेट की ओर जाने वाले वाहनों को एसजी बर्वे चौक, जंगली महाराज रोड, खंडोजी बाबा चौक से डायवर्ट किया जाएगा और फिर तिलक रोड या शास्त्री रोड पर ले जाया जाएगा।
- बाजीराव रोड से पुरम चौक होते हुए शिवाजी नगर की ओर जाने वाले वाहनों को तिलक रोड और फर्ग्यूसन कॉलेज रोड से डायवर्ट किया जाएगा। यात्री पुरम चौक से सेनादत्त चौक तक भी जा सकते हैं।
- एसजी बर्वे चौक से पुणे नगर निगम तक जाने के लिए वाहनों को जंगली महाराज रोड मार्ग लेना होगा और झांसी ची रानी चौक से बाईं ओर जाना होगा।
- बुधवार चौक से अप्पा बलवंत चौक तक वन-वे ट्रैफिक लागू किया जाएगा।
- रामेश्वर चौक से शनिपर तक यातायात की अनुमति नहीं होगी और यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग लेने के लिए कहा जाएगा।
- सोन्या मारुति चौक से लक्ष्मी रोड होते हुए सेवा सदन चौक तक यातायात मार्ग को रोक दिया जाएगा और वाहनों को सोन्या मारुति चौक से फड़के हौद की ओर मोड़ दिया जाएगा।
- शिवाजी रोड से जीजामाता चौक और फिर दारूवाला ब्रिज होते हुए गणेश रोड की ओर जाने वाले ट्रैफिक को गाडगिल स्टैच्यू, कुंभरवेस चौक, पावले चौक और ओल्ड सात टोटी पुलिस चौकी के रास्ते डायवर्ट किया जाएगा।
- दारूवाला पुल से गणेश रोड पर यातायात बंद रहेगा। जिन वाहनों को देवजीबाबा चौक और फड़के हौद की ओर जाना है, उन्हें अपोलो टॉकीज, नरपतगिरी चौक, दारूवाला ब्रिज और दूध भट्टी के रास्ते डायवर्ट किया जाएगा।
वीर गोगादेव उत्सव जुलूस के लिए ट्रैफिक एडवाइजरी
वीर गोगादेव उत्सव की मुख्य शोभा यात्रा मंगलवार शाम 4 बजे पुणे कैंप स्थित न्यू मोदीखाना से शुरू होगी। जुलूस पुलगेट पुलिस चौकी, मेढ़ी माता मंदिर, महात्मा गांधी रोड, कुरेशी मस्जिद, सेंटर स्ट्रीट, भोपाले चौक, सेंटर स्ट्रीट चौकी, महावीर चौक, कोहिनूर होटल चौक से होते हुए वापस मेढ़ी माता मंदिर पहुंचेगा।
मंगलवार शाम 4 बजे से जुलूस खत्म होने तक ट्रैफिक डायवर्जन रहेगा। जन्माष्टमी के बाद दही हांडी उत्सव महाराष्ट्र में हर जगह मनाया जाता है। इसे गोकुलाष्टमी भी कहा जाता है, जो भगवान कृष्ण के जन्म का प्रतीक है। बता दें कि दूध, मक्खन, दही, मिठाई और अन्य वस्तुओं से भरे मिट्टी के बर्तनों को ऊंचाई से लटकाया जाता है। फिर बर्तन तोड़ने के लिए मानव पिरामिड बनाए जाते हैं। समूहों में कुछ स्थानों पर बंधे मटके या हांडी तोड़ने की प्रतिस्पर्धा होती है। दही हांडी उत्सव को देखने के लिए भारी संख्या में लोग आते हैं।