अरब सागर में उठे गंभीर चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ के कारण सोमवार दोपहर बड़ी दुर्घटना हो गई। मुंबई के तट से एक बजरा बिना लंगर के समुद्र में बह गया है, जिस पर 273 लोग सवार हैं। भारतीय नौ सेना के प्रवक्ता के अनुसार INS कोच्चि और INS कोलकाता इस बार्ज के रेस्क्यू के काम में जुटे हुए हैं। सोमवार को पूरी रात चले बचाव अभियान के बीच बार्ज P305 में फंसे 146 लोगों को अब तक सुरक्षित निकाल लिया गया है। नौसेना के जहाजों के अलावा आफशोर सपोर्ट वैसेल एनर्जी स्टार और ग्रेट शिप अहल्या भी इस बचाव अभियान में मदद दे रहे हैं।
सेना के मुताबिक तूफानी हवाओं के बीच बचाव अभियान बेहद चुनौती पूर्ण है। अभी भी बार्ज में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। फिल्हाल बचाव अभियान जारी है। नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘बॉम्बे हाई के हीरा तेल क्षेत्र से बार्ज संख्या ‘पी305’ के बहने और इस संबंध में सहायता का अनुरोध मिलने पर एनआईएस कोच्चि को तुरंत खोज और बचाव कार्य के लिए रवाना किया गया था। बजरा पर 273 लोग सवार हैं।’’ यह तेल क्षेत्र मुंबई से करीब 70 किलोमीटर दूर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है।
कहां कितने लोग फंसे
- 1) बार्ज P305 , इसमें कुल 273 लोग सवार थे। इसमें फंसे लोगों को बचाने के लिए आई एन एस कोची और आई एन एस कोलकाता युद्ध नौका के साथ दूसरी सपोर्ट वेसल की मदद ली जा रही है। अभी तक 146 लोगों को सुरक्षित निकाला जा सका है।
- 2) बार्ज 'Gal Constructor ' इस पर कुल 137 लोग सवार थे। इस पर फंसे लोगों को बचाने के लिए इमरजेंसी टोइंग वेसल 'वाटर लिली 'और दो सपोर्ट वेसल के साथ कोस्टगार्ड की CGS सम्राट भी पंहुचा है।
- 3) आयल रिग सागर भूषण पर 101 लोग फंसे हैं। उन्हें बचाने के लिए आई एन एस तलवार रवाना हुआ है।
- 4 ) बार्ज SS-3 जिसपर 196 लोग सवार हैं। मौसम साफ होते ही SAR आपरेशन के लिए नौसेना के P81निगरानी एयरक्राफ्ट और और हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जाएगी।
क्या होता है बार्ज या बजरा
बता दें कि, बजरा आकार में नौका की तरह होता है लेकिन इसमें नीचे कक्ष और ऊपर छत होती है। प्रवक्ता ने बताया, ‘‘भारत के पश्चिमी तट पर तबाही मचाने वाले चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ के मद्देनजर मानवीय सहायता और आपदा राहत कार्य के लिए अन्य कई जहाजों को भी तैयार रखा गया है।’’
गुजरात तट से टकराया 'टाउ-टे'
भारत के पश्चिमी तट से उठा चक्रवाती तूफान 'टाउ-टे' सोमवार को महाराष्ट्र में तबाही मचाने के बाद देर रात गुजरात के तट से टकराया। मौसम विभाग के अनुसार लैंडफॉल के दौरान इस चक्रवाती तूफान की स्पीड 185 किलोमीटर प्रति घंटा रही। बताया जा रहा है कि तूफान का असर गुजरात के 14 तटीय जिलों पर पड़ा है। राज्य के उना जिले में तूफान का बड़ा असर देखने को मिला है। तूफान की वजह से कई इलाकों में पेड़ों और कम्युनिकेशन टावर टूट कर गिरने की खबर मिली है। मौसम विभाग के मुताबिक ताउते के लैंडफॉल की प्रक्रिया करीब दो घंटे तक चली। इससे पहले 'ताउते' ने महाराष्ट्र के तटीय इलाकों खासतौर पर मुंबई में भी भारी तबाही मचाई। तूफान की वजह से गुजरात के सोमनाथ जिले और दीव के बीच सड़क मार्ग बाधित हो गया। सेना के जवानों ने बड़ी मशक्कत के बाद पूरा रास्ता खाली कराया। इस बीच उना में भीषण बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं।
कमजोर पड़ने लगा तूफान
मौसम विभाग के अनुसार गुजरात के तट से टकराने के बाद हवा की रफ्तार में कमी आई है। समुद्र में तूफान की रफ्तार 185 किमी प्रति घंटा थी जो तट पर 135 किमी प्रति घंटा हो गई। वहीं पिछले 6 घंटे से यह तूफान उत्तर और उत्तर पूर्व की ओर बढ़ रहा है। जहां इसकी रफ्तार 11 किमी प्रति घंटे रह गई हैै।
महाराष्ट्र में मचाई तबाही
महाराष्ट्र के तटवर्ती क्षेत्र से गुजर रहा तूफान सोमवार की सुबह मुंबई पहुंचा और इस कारण शहर के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उड़ान सेवा दोपहर 11 बजे से दो बजे तक बंद रही। ताउते के कारण पड़ोसी रायगड और मुंबई में अलर्ट जारी किया गया। मुंबई में मोनो रेल सेवा दिन भर के लिए बंद की गयी। मध्य रेलवे की लोकल ट्रेन सेवा घाटकोपर से विखरोली के बीच प्रभावित रही। चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ के उत्तर में गुजरात की ओर बढ़ने के दौरान महाराष्ट्र और गोवा में तेज आंधी, मूसलाधार बारिश और समुद्र में ऊंची लहरें दिखीं।
अरब सागर में उठी ऊंची-ऊंची लहरें
तूफान के गुजरात तट से टकराने से पहले गुजरात में द्वारका के पास अरब सागर में ऊंची-ऊंची लहरें (हाई टाइड) उठीं। सोमवार रात के दौरान पोरबंदर और महुवा के बीच चक्रवात के तबाही मचाने की आशंका के मद्देनजर एनडीआरएफ ने गुजरात में 44 टीमों को तैनात किया था। किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए 22 टीमों को अतिरिक्त रिजर्व के रूप में भी रखा गया है।