![Cyclone Nisarga: Red alert as Mumbai braces for first-ever cyclone in its history](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में चक्रवाती तूफान आने की आशंका को देखते हुए समुद्र किनारों पर रहने वाले लोगों को आज सुबह से सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट करना शुरु कर दिया गया है। वहीं आधा दर्जन से अधिक जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दस दल तैनात कर दिए गए हैं। एनडीआरएफ की टीमों ने तटीय इलाकों का सर्वे करना शुरु कर दिया है।
बता दें कि इतिहास में पहली बार मुंबई में कोई चक्रवात आ रहा है। एसडीआरएफ की 6 टीमों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। इस बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गृहमंत्री अमित शाह से बात की और राज्य सरकार द्वारा तूफान से बचाव के लिए किये जा रहे कार्य की जानकारी दी।
गृहमंत्री अमित शाह ने जरुरत पड़ने पर आसपास के राज्यों से मदद के लिए बचाव दल भेजने का भरोसा दिया। बचाव कार्य करते वक्त कोरोना संक्रमण से बचने के निर्देश भी दिए गए हैं।
वहीं मंत्रालय में कंट्रोल रुम 24 घंटे शुरु हैं जहां से थलसेना, नौसेना, एयरफोर्स और मौसम विभाग से कोऑर्डिनेट करने के निर्देश दिए गए हैं। मुंबई, मुंबई उपनगर, पालघर, डहाणू, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, रायगढ़ मेंअलर्ट जारी किया गया है।
विभाग ने चेतावनी दी है कि तीन जून की शाम को चक्रवाती तूफान उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात को पार कर जाएगा जिससे भारी बारिश होने का अनुमान है।
अभी कुछ ही दिनों पहले देश का पूर्वी हिस्सा चक्रवाती तूफान अम्फान से बुरी तरह प्रभावित हुआ था, और अब एक नया चक्रवात पश्चिमी तट पर अरब सागर के ऊपर बनना शुरू हो गया है और महाराष्ट्र व गुजरात के कुछ हिस्सों से टकरा सकता है।
आईएमडी ने सोमवार को उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तट के लिए एक 'येलो' चेतावनी जारी की। आईएमडी ने आगाह किया कि चक्रवाती तूफान निसर्ग मुंबई सहित महाराष्ट्र के तटीय जिलों को गुजरात और अन्य पड़ोसी राज्यों से अधिक प्रभावित करेगा।
आईएमडी ने कहा कि अरब सागर में डिप्रेशन तीव्र होकर एक गंभीर चक्रवाती तूफान निसर्ग में परिवर्तित होने वाला है और तीन जून को रायगढ़ जिले में हरिहरेश्वर और दमन के बीच उत्तर महाराष्ट्र और गुजरात तटों को पार करेगा।