मुंबई पुलिस के कंट्रोल रूम को रोजाना सैकड़ों कॉल अलग-अलग जगहों से आते हैं जिसमें लोग पुलिस से मदद मांगाने से लेकर उन्हें कई बार महत्वपूर्ण जानकारी भी देते हैं। इस साल जनवरी से लेकर अबतक कुछ ऐसे 32 कॉल्स ने मुंबई पुलिस के नाक में दम कर दिया। मुंबई क्राइम ब्रांच के DCP बालसिंह राजपूत ने इंडिया टीवी से बातचीत में बताया कि ये जो 32 कॉल्स हैं इनमें कॉलर ने पुलिस को गलत जानकारी दी जैसे कि मुंबई में सीरियल ब्लास्ट होने वाला है, 26/11 जैसा आतंकी हमला होने वाला है, ट्रेन में धमाका होने वाला है या एक ट्रक RDX लेकर जा रहा है।
राजपूत ने आगे बताया कि हमें जब भी ऐसे कॉल्स मिले हमने SOP (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) के मुताबिक आगे का एक्शन लिया लेकिन ये सारी जानकारी गलत निकली, जिसके बाद हमने कॉलर को ट्रैक किया और उनसे जानकारी ली तब हमे अलग-अलग बातें पता चली।
कुछ कॉल्स को बच्चों ने किया था, किसी कॉल में कॉलर ने किसी से बदला लेने के लिए फेक कॉल किया तो किसी कॉलर ने शराब के नशे में कॉल किया। राजपूत ने बताया कि हमारे लिए तो जानता आंख कान है इस वजह से हर तरह की जानकारी का स्वागत करते हैं लेकिन अगर कोई जानबूझकर पुलिस को परेशान करने के लिए इस तरह के कॉल करता है तो हम ऐसे लोगों के ख़िलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करते हैं। ऐसे जानबूझकर फेक कॉल करने वाले को 3 साल की सजा का भी प्रावधान है। राजपूत ने आगे बताया कि इन 32 कॉल में 17 कॉलर को गिरफ्तार किया गया। कुछ कॉलर बच्चे थे या मानसिक रूप से ठीक नहीं थे उन्हें गिरफ़्तार नहीं किया गया। दो ऐसी जानकारी थी जो की पाकिस्तान से आई थी उसमे अब भी जांच चल रही है।
ये हैं कुछ मामले-
पहला मामला
12 जुलाई को मुंबई के ट्रैफ़िक कंट्रोल रूम को एक धमकी भरा कॉल आया। कॉलर ने उर्दू भाषा में कहा कि अगर “सीमा हैदर वापस नहीं आई तो भारत का नाश होगा।” कॉलर ने धमकाते हुए आगे कहा कि 26/11 जैसे आतंकी हमले के लिए तैयार रहना और इसके पीछे उत्तर प्रदेश सरकार जवाबदार है। इस मामले में अभी कॉलर की पहचान नहीं हुई है
दूसरा मामला (बदला लेने के लिए किया गया था कॉल)
24 जुलाई की रात करीब 1 बजे मुंबई पुलिस कंट्रोल रूम को एक कॉलर ने जानकारी दी थी की आरडीएक्स से भरा टैंकर मुंबई से गोवा जा रहा है। पुलिस ने यह कॉल करने वाले कॉलर को मुंबई के कांजूरमार्ग के शास्त्रीनगर इलाके से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार शख्स का नाम निलेश देवपांडे है जिसकी उम्र 42 साल है। पुलिस ने निलेश के ख़िलाफ़ IPC की धारा 177, 182, और 505(1) के तहत FIR दर्ज किया और उसे गिरफ़्तार किया।
मुंबई पुलिस सूत्रों ने बताया की कॉलर ने अपना नाम पांडे बताया था और कहा कि आरडीएक्स से लदा एक सफेद रंग का टैंकर मुंबई से गोवा के लिए रवाना हुआ है, जिसमें दो पाकिस्तानी भी हैं। इस कॉल के बाद मुंबई पुलिस ने इस बात की जानकारी महाराष्ट्र एटीएस और गोवा पुलिस कंट्रोल रूम को दी थी। पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि निलेश की एक्टीवा के बगल से एक टैंकर गुजरा था जिसकी वजह से उसकी एक्टीवा बाइक पर हल्की सी मार लग गई और निशान पड़ गया। इसी वजह से गुस्साए निलेश ने पुलिस कंट्रोल को कॉल कर उस टैंकर में RDX होने की झूठी कहानी बना दी।
पुलिस इस कॉल के बाद उस टैंकर का पता लगाया था और उसे रत्नागिरी में इंटरसेप्ट किया था। जांच के बाद पुलिस ने पाया था कि वो टैंकर गुजरात से गोवा जा रहा था और उस टैंकर में केमिकल था जिसका इस्तेमाल पॉलीथिन बनाने के लिए किया जाता है।
तीसरा मामला
17 जुलाई के दिन मुंबई के ट्रैफिक कंट्रोल रूम को एक बार फिर धमकी भरा मैसेज मिला। इस मैसेज में अज्ञात शख्स ने धमकी दी कि यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार और मोदी सरकार निशाने पर है। आरोपी ने मैसेज आगे कहा कि कुछ जगह कारतूस और एके 47 हैं। संदेश भेजा गया है कि मुंबई में 26/11 हमला दोहराया जाएगा। मुंबई पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अज्ञात शख्स की तलाश कर रही है। इस मामले में वर्ली पुलिस स्टेशन में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 509 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
चौथा मामला
5 अगस्त को मुंबई पुलिस के कंट्रोल रूम को धमकी भरा फोन आया। फोन पर शख्स ने जानकारी दी थी मुंबई में ट्रेन में सीरियल बम ब्लास्ट होने वाला है। पुलिस ने कॉलर से पूछा कि कौनसी ट्रेन में और बम कहां रखा है तो उसने कोई जवाब नहीं दिया। कॉलर ने यह कहकर फोन रख दिया कि वह जुहू के विलेपार्ले इलाके से बोल रहे हैं। पुलिस ने इस मामले सब जांच की तो बम की बात अफवाह निकली। पुलिस ने अशोक शंकर मुखीया नाम के कॉलर की पहचान की। जब उससे पूछताछ की तो पता चला की वो नशे में था और उसने ऐसा कई बार किया है। पुलिस ने उसे फिर गिरफ्तार कर लिया।
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