मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर का खतरा अभी भी बना हुआ है, इसलिए लोगों को सुरक्षा उपायों को लेकर किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने उपनगरीय सांताक्रूज इलाके में बाल चिकित्सा कोविड-19 केंद्र का उद्घाटन करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि महामारी अभी तक खत्म नहीं हुई है, इसलिए लोगों को किसी प्रकार की लापरवाही न करते हुए कोविड संबंधी तमाम दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए।
ठाकरे ने कहा, 'यह न भूलें कि आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए ही कोविड-19 संबंधी प्रतिबंधों में ढील दी गई है। लोगों को किसी भी तरह की अफवाह का शिकार नहीं होना चाहिए जो उनके और दूसरों के जीवन को खतरे में डाल सकती है।' उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दैनिक नये मामलों और मौतों की संख्या में कमी लाया जाना जरूरी है।
ठाकरे ने कहा कि विशेषज्ञों ने इस बात को लेकर चिंता व्यक्त की थी कि महामारी की तीसरी लहर बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित कर सकती है, इसलिए राज्य सरकार ने वायरस के बारे में उचित जानकारी प्राप्त करने के लिए एक बाल चिकित्सा कोविड-19 टास्क फोर्स और एक जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशाला भी स्थापित की है।
महाराष्ट्र: कोविड-19 के 4365 नए केस मिले, 105 मौतें हुईं
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 4,365 नए मामले सामने आए और 105 लोगों की मौत हुई, जबकि वायरल संक्रमण से 6,384 मरीज ठीक हो गए। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। इस प्रकार राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 64,15,935 हो गए, जबकि मरने वालों की संख्या 1,35,672 हो गई।
उत्तरी महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले में लगातार पांचवें दिन कोविड-19 का कोई मामला नहीं आया। दिन के दौरान 6,384 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई, जिससे राज्यभर में अब तक ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 62,21,305 हो गई। महाराष्ट्र में अब 55,454 मरीजों का इलाज चल रहा है। राज्य में कोविड-19 मरीजों के ठीक होने की दर 96.97 प्रतिशत है, जबकि मृत्यु दर 2.11 प्रतिशत है।
बृहस्पतिवार शाम से अब तक 2,06,848 जांच की गईं, जिससे राज्य में अब तक की गईं जांच की कुल संख्या 5,19,21,798 हो गई है। नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई में कोरोना वायरस के 322 नए मामले आए, जिससे महानगर में संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 7,40,612 हो गई, जबकि संक्रमण से छह और लोगों की मौत हो गई, जिससे मरने वालों की संख्या 15,941 हो गई।