लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं। इस बीच महाराष्ट्र में सीट बंटवारें का विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है। सीट बंटवारे के विवाद को सुलझाने के लिए कांग्रेस ने कोशिशें तेज कर दी है। इसी कड़ी में महाराष्ट्र में इंडी गठबंधन के घटक दलों के साथ महाराष्ट्र में हाईलेवल बैठक की जा रही है। इस बैठक में लोकसभा की सभी 48 सीटों का जायजा लिया गया। बता दें कि 27 फरवरी को महाविकास अघाड़ी की बैठक होने जा रही है। वहीं 28 फरवरी तक सीट शेयरिंग फॉर्मूलें को फाइनल करने की कोशिश रहेगी। प्रकाश आंबेडकर के सभी शर्तों को कांग्रेस मानने के लिए तैयार है। बता दें कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले का दावा है कि हमारे सर्वे में महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी मजबूत स्थिति में है।
महाराष्ट्र में सीट बंटवारे पर मंथन जारी
बता दें कि इंडी गठबंधन के अलग-अलग दलों के संग कांग्रेस के सीट बंटवारे की बात अभी कई राज्यों में अटकी पड़ी है। वहीं कई राज्यों की मुख्य पार्टियों ने कांग्रेस से किनारा कर लिया है। बता दें कि बीते दिनों ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। वहीं दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी दिल्ली में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी। इस बीच महाराष्ट्र में एनसीपी की कमान अजित पवार के गुट को दे दी गई है, ऐसे में शरद पवार गुट की तरफ से लगातार अजित पवार पर हमले किए जा रहे हैं।
शरद पवार ने किया ट्वीट
इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव चिह्न आवंटित करने के लिए शरद पवार को निर्वाचर आयोग का रुख करने की अनुमति दे दी है। शरद पवार ने इसे लोकतंत्र के लिए जीत बताते हुए सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया था। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, 'छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती के शुभ दिन पर, माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने हमें भारतीय चुनाव आयोग के आदेश के खिलाफ अंतरिम राहत दी है। यह मतदाताओं की जीत है क्योंकि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि देश के मतदाताओं को कमजोर नहीं किया जाना चाहिए और इस तथ्य पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए कि उम्मीदवारों ने मूल पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा है।'