महाराष्ट्र में विधान परिषद चुनाव से पहले कांग्रेस की ओर से बुलाई गई अहम बैठक में पार्टी के 37 विधायकों में से तीन विधायक नदारद रहे। चुनाव में क्रॉस वोटिंग की अटकलें लगायी जा रही हैं। बृहस्पतिवार रात यहां हुई बैठक में जीशान सिद्दीकी, जितेश अंतापुरकर और संजय जगताप उपस्थित नहीं हुए। अंतापुरकर, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के करीबी माने जाते हैं, जबकि जीशान के पिता बाबा सिद्दीकी लोकसभा चुनाव से पहले अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में शामिल हो गए थे। चव्हाण ने भी लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का हाथ थाम लिया था। संजय जगताप बैठक में इसीलिए शामिल नहीं हुए क्योंकि वह ‘वारी’ (धार्मिक यात्रा) में थे और पंढरपुर जा रहे थे। पार्टी ने कहा कि जगताप ने अपनी अनुपस्थिति के बारे में नेतृत्व को सूचित कर दिया था।
बैठक में शामिल हुए सुलभा खोडके और हीरामण खोसकर
हालांकि सुलभा खोडके और हीरामण खोसकर बैठक में शामिल हुए जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वे राकांपा के संपर्क में हैं। खोडके के पति अजित पवार के करीबी सहयोगी हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नितिन राउत ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि उनकी पार्टी सहज स्थिति में है। उन्होंने कहा, ‘‘सत्तारूढ़ गठबंधन डरा हुआ है, इसलिए उन्होंने अपने विधायकों को बंधक बना रखा है जबकि हमने ऐसा कुछ नहीं किया है।’’ विधान भवन परिसर में 11 परिषद सीटों के लिए आज चुनाव हो रहा है। प्रत्येक उम्मीदवार को जीत के लिए 23 प्रथम तरजीह मतों की जरूरत होगी। कांग्रेस ने प्रदन्या सातव को मैदान में उतारा है और उसने अपने अतिरिक्त वोट महा विकास अघाडी समर्थित अन्य दो उम्मीदवारों के पक्ष में डालने का निर्णय लिया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कांग्रेस में क्रॉस वोटिंग (अन्य दल को वोट डालना) की खबरों की बेतुका बताया है। उन्होंने कहा, ‘‘सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों के विपरीत हमारे सभी विधायक अपने घरों में हैं। कल रात बैठक में 35 विधायक मौजूद रहे।’’
वडेट्टीवार ने कही ये बात
उन्होंने इस बात पर बल दिया कि दोनों (जीशान सिद्दीकी और जितेश अंतापुरकर) विधायक कांग्रेस के साथ रहेंगे। वडेट्टीवार ने कहा, ‘‘हमने अंतापुरकर और जीशान से संपर्क किया है।’’ राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा इन चुनावों के लिए निर्वाचक मंडल है। वर्तमान में इसमें संख्या बल 274 है। भाजपा 103 सदस्यों के साथ विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है। उसके बाद शिवसेना के 38, रांकपा के 42, कांग्रेस के 37, शिवसेना (यूबीटी) के 15 और राकांपा (शरदचंद्र पवार) के 10 सदस्य हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चुनाव मैदान में पांच उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि महायुति के उसके गठबंधन सहयोगियों शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने दो-दो उम्मीदवार खड़े किए हैं। शिवसेना (यूबीटी) ने एक उम्मीदवार को उतारा है जबकि राकांपा (शरद चंद्र पवार) पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी (पीडब्ल्यूपी) के उम्मीदवार का समर्थन कर रही है।
(इनपुट-भाषा)