महाराष्ट्र में कांग्रेस में सियासी उठापटक जारी है। बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी को पार्टी ने मुंबई युवा कांग्रेस के प्रमुख के पद से हटा दिया। इसके बाद से जिशान ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अल्पसंख्यकों के साथ ठीक नहीं हो रहा है। बता दें कि हाल ही में जीशान के पिता बाबा सिद्दीकी कांग्रेस छोड़कर अजित पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी में शामिल हो गए थे। बता दें कि जीशान मुंबई की वांद्रे ईस्ट सीट से विधायक है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस को मुसलमानों से दिक्कत है तो फिर पार्टी उनका मसीहा बनने का ढोंग क्यों कर रही है।
जीशान सिद्दीकी के बयान पर क्या बोले पूर्व मंत्री
इस पर कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री असलम शेख का बयान आया है। उन्होंने कहा कि जो बातें जीशान ने की, उसमें थोड़ी राजनीतिक समझदारी कम है। यह समझ आ रहा है। आप पार्टी से कितने भी नाराज हो, लेकिन जो बातें और आरोप कांग्रेस पर आपने लगाया है, यह शोभा नहीं देता। इसी कांग्रेस ने देश के पहले मुस्लिम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम को बनाया। महाराष्ट्र के सीएम एआर एनटुले रहे। वो भी कांग्रेस से थे। मेरे जैसे कई मुस्लिम नेताों को मंत्री बनाया। ऐसी पार्टी को एंटी मुस्लिम बोलना ठीक नहीं है। मैंने जीशान का बयान नहीं सुना, लेकिन जो सुनने में आया वह दुखद है।
'जीशान का बयान बचकाना'
उन्होंने कहा कि अगर वो कांग्रेस के अलावा अन्य विकल्प ढूंढ रहे हैं तो यह उनकी इच्छा है। राजनति में हर नेता दूसरे विकल्प या आगे के रास्ते के बारे में सोचता है। वो अगर ऐसा कर रहे हैं तो ये उनकी राय है। अगर पार्टी ने उन्हें किसी पद से हटाया तो ऐसे आरोप लगाना ठीक नहीं है। क्योंकि पार्टी एक संगठन है। वो कभी भी किसी को भी पद से हटा या नियुक्त कर सकती है। इससे पहले भी कई बार महाराष्ट्र और मुंबई कांग्रेस में ऐसा हुआ है। कांग्रेस को एंटी मुस्लिम कहना बिल्कुल गलत है। क्योंकि इस देश में भाजपा ही सिर्फ 2 भाईयों, गुटों को आपस में लड़ाने या अशांति फैलाने की बात करती है। कांग्रेस हमेशा सबको साथ लेकर चलती है। जीशान को थोड़ी समझदारी दिखानी चाहिए। जो बयान सुनने को मिल रहे हैं वो बचकाने हैं।