कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा अयोध्या के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण ठुकराये जाने के बाद उनपर हमलों की झड़ी लगी हुई है। अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से क्या उम्मीद कर सकते हैं? ये जो मंदिर बन रहा है, ये करोड़ों राम भक्तों का सपना था। हमारे बाला साहेब ठाकरे का सपना था। आनंद दीघे का सपना था। आनंद दीघे ने चांदी की ईट राम की सेवा में भेजी थी। पूरे देश में राम मंदिर का उत्साह है।
इशारों में उद्धव ठाकरे पर भी साधा निशाना
सीएम शिंदे ने कहा कि पूरे देश को नरेंद्र मोदी के ऊपर गर्व और अभिमान है कि उन्होंने राम भक्तों का सपना पूरा किया। बलासाहेब का सपना पूरा किया है। जो राम मंदिर के दर्शन को नकार रहे हैं, उनके साथ महाराष्ट्र में जो गठबंधन में है, (उद्धव शिवसेना) और वह हिंदुत्व की बात करते हैं? लेकिन जो राम के अस्तित्व को नकारते हैं, उनके साथ ये लोग गठबंधन करते हैं, इससे बड़ी दुर्भाग्य की बात क्या होगी? शिंदे ने नाम लिए बिना कहा कि उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के लोगों के मन में मोदी जी के प्रति द्वेष की भावना है। राम मंदिर मोदी बना रहे हैं, इसलिए उन्हें पेट दर्द हो रहा है और वह राम मंदिर कार्यक्रम में नहीं जा रहे हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
"उद्धव ठाकरे की फ़ितरत है कि..."
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पीएम मोदी कल महाराष्ट्र के दौरे पर आ रहे हैं। नासिक में वो राष्ट्रीय युवा सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद मुंबई में ट्रान्स हार्बर लिंक, शिवडी टनल, नवी मुंबई मेट्रो जैसी कई परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। शिंदे ने कहा कि कल स्पीकर ने जो निर्णय दिया है, वह लोकतंत्र की जीत है। बालासाहेब और आनंद दीघे के विचारों की जीत है। उसका हम स्वागत करते हैं। उद्धव ठाकरे के पक्ष में यह फ़ैसला नहीं आया है तो उनकी फ़ितरत है कि वह सुप्रीम कोर्ट से लेकर स्पीकर और सभी को कोसते हैं। बहुमत हमारे साथ में है और बहुमत का महत्व होता है। पार्टी में एकाअधिकार शाही नहीं चलेगी, उन्होंने स्पीकर को लेकर और हम लोगों के बारे में जो अभद्र टिप्पणियां की है वह गलत है।
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