नासिकः महाराष्ट्र में फडणवीस कैबिनेट में मंत्री नहीं बनाए जाने पर एनसीपी (अजीत पवार) गुट के सीनियर नेता छगन भुजबल ने पार्टी प्रमुख अजीत पवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। नासिक में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद छगन भुजबल ने अजीत पवार पर जमकर निशाना साधा। भुजवल ने कहा कि तुम बोलो तो बैंठू, तुम बोलो तो खड़ा रहूं.. छगन भुजबल ऐसा आदमी नहीं है। मैं कोई खिलौना नहीं हूं। आज मैंने अपने कार्यकर्ताओं से बातचीत की, मेरे कार्यकर्ता काफी दुखी है, व्यथित हैं।
पार्टी पर अपमानित करने का लगाया आरोप
नासिक में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद छगन भुजबल ने कहा कि मेरी नाराजगी मंत्री पद को लेकर नहीं है लेकिन जिस तरह से नजरअंदाज किया गया वह उचित नहीं था। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी चाहते थे कि मैं उनके मंत्रिमंडल में रहूं। उन्होंने कहा कि मुझे मंत्रिमंडल में शामिल इसलिए नहीं किया गया क्योंकि मैंने मराठा नेता मनोज जारांगे पाटिल के खिलाफ बोला था। भुजबल ने अपमानित किए जाने का आरोप लगाया।
अजीत पवार को लगाया ये आरोप
भुजवल ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान मुझे एक महीने तक लटका कर रखा गया, पहले कहा गया आप चुनाव लड़ोगे फिर महीने भर तक मेरे नाम का ऐलान नहीं किया गया। विधानसभा चुनाव का टिकट देते वक्त भी इंतजार करवाया गया। अब कह रहे हैं कि राज्यसभा चले जाओ.. मैंने विधानसभा चुनाव में लोगों से वादा किया है। लोगों की समस्याओं का समाधान किए बिना राज्यसभा कैसे जा सकता हूं। छगन भुजबल ने कहा कि वह कल अपने सभी समर्थकों के साथ मुलाकात करेंगे और उसके बाद कोई फैसला लेंगे।
अजीत पवार के ऑफर को ठुकराया
महाराष्ट्र में नई महायुति सरकार में शामिल नहीं किए जाने से निराश छगन भुजबल ने दावा किया है कि उन्हें आठ दिन पहले राज्यसभा सीट की पेशकश की गई थी लेकिन उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया था। भुजबल ने कहा कि उन्होंने राज्यसभा सीट के प्रस्ताव को खारिज कर दिया क्योंकि यह उनके विधानसभा क्षेत्र के साथ विश्वासघात होगा, जिसे उन्होंने पिछले महीने राज्य चुनाव में जीता था। बता दें कि भुजवल विधानसभा के शीतकालीन सत्र को बीच में ही छोड़कर नासिक लौट आए हैं।