कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने गुरुवार को हुई कैबिनेट बैठक में दो अहम फैसले लिए हैं। पहले फैसले के तहत सिलेबस से आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार और वीर सावरकर के चैप्टरों को हटा दिया गया। दूसरे फैसले के तहत राज्य में धर्मांतरम रोधी कानून को निरस्त कर दिया गया। अब भाजपा ने कर्नाटक सरकार के इस फैसले को बड़ा मुद्दा बना दिया है। इसी कड़ी में महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि अब वे कांग्रेस के फैसले पर क्यों कुछ नहीं बोलते हैं।
देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि आप किसी का नाम किताब से हटा सकते हैं लेकिन दिल से उन्हें कैसे हटाएंगे। आप किसी भी ऐसे शख्स का नाम नहीं मिटा सकते हैं जिसने देश के स्वतंत्रता में योगदान दिया है। लेकिन उद्धव ठाकरे जो कि कांग्रेस के साथ हैं उनको अब क्या कहना है। क्या वीर सावरकर का यह अपमान वो स्वीकार करेंगे। क्या उद्धव ठाकरे केवल कुर्सी के लिए समझौता करेंगे। बता दें कि शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच राज्य में गठबंधन है और इसी कारण राज्य में उद्धव ठाकरे ने महाविकास अघाड़ी की सरकार बनाई थी। सावरकर के मुद्दे पर कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के बीच पहले भी विवाद हो चुका है।
राहुल गांधी के कहने से हो रहा ये सब?
महाराष्ट्र भाजपा के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि कर्नाटक में ये सब राहुल गांधी के कहने पर हो रहा है। पंजा चुनाव चिन्ह (कांग्रेस) को वोट देने से क्या हो सकता है ये कर्नाटक में दिख रहा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अब कर्नाटक सरकार को कहकर वीर सावरकर के चैप्टर को स्कूल व कॉलेजों के सिलेबस से हटवा दिया है। राज्य में धर्मांतरण रोधी कानून को खत्म कर दिया गया है। इस मामले पर शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने कहा कि कांग्रेस ने पाठ्य पुस्तकों में संशोधन करने का वादा किया था। इस बाबत मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने लगातार मार्गदर्शन किया है।