शिवसेना उद्धव गुट के नेता उद्धव बालासाहेब ठाकरे के खिलाफ चुनाव आयोग कार्रवाई करेगा। उनके ऊपर आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग को आदेश दिया है कि शिवसेना उद्धव बालासाहब ठाकरे पार्टी के नेता उद्धव ठाकरे पर उचित कारवाई करे और केंद्रीय चुनाव आयोग को रिपोर्ट दे। उद्धव ठाकरे ने 20 मई के दिन शिवसेना भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस दिन महाराष्ट्र में 13 सीटो पर वोटिंग जारी थी। इसके खिलाफ बीजेपी के आशीष शेलार ने चुनाव आयोग को पत्र लिख कर उद्धव ठाकरे पर आचार संहिता भंग करने का आरोप लगाया था। आशीष ने उचित कारवाई की मांग भी की थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव ठाकरे ने धीमे मतदान की शिकायत की थी और कहा था कि चुनाव आयोग बीजेपी के नौकर की तरह काम कर रहा है। उन्होंने जनता से कहा था कि उन चुनाव अधिकारियों के नाम भी नोट कर लें, जो जान बूझकर मतदान की गति को धीमा कर रहे हैं। उद्धव के अलावा बीजेपी नेता देंवेंद्र फडणवीस और आशीष सेलार ने भी धीमे मतदान की शिकायत की थी।
क्या थी शिकायत ?
आशीष सेलार ने कहा था कि धीमे मतदान की शिकायत उन्होंने भी की, लेकिन उद्धव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग को बीजेपी से प्रभावित बताया और चुनाव आयोग के अधिकारियों का नाम लिखने की बात कहकर उन्हें धमकी भी दी। यह आचार संहिता का उल्लंघन है। चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने कहा है कि आयोग ने उद्धव के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। ऐसे में उनके खिलाफ जांच की जा रही है।
विपक्षी गठबंधन में शामिल हैं उद्धव
लोकसभा चुनाव 2024 में उद्धव ठाकरे की पार्टी विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में शामिल थी। वहीं, शिवसेना का ही एकनाथ शिंदे गुट सत्ताधारी एनडीए गठबंध का हिस्सा था। ऐसे में कई सीटों पर शिवसेना के नेता एक दूसरे के खिलाफ लड़ रहे थे, जो लंबे समय तक एक ही पार्टी का हिस्सा थे। इन सभी सीटों पर लड़ाई कांटे की थी और नतीजे पर सभी की नजरें बनी हुई हैं।