मुंबई। यस बैंक घोटाले में वॉन्टेड डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल और धीरज वाधवान पर सीबीआई ने अपना शिकंजा कस लिया है। कंपनी के दोनों प्रमोटर्स को आज सीबीआई ने हिरासत में ले लिया है। फिलहाल उनकी गिरफ्तारी के लिए कागजी कार्रवाई चल रही है। रविवार को महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें सतारा से मुंबई लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सीबीआई की मांग पर सतारा पुलिस ने सीबीआई को पूरा सहयोग दिया। इससे पहले 22 अप्रैल को गृहमंत्री ने कहा था कि वाधवान समूह के लोगों का क्वारैंटाइन का समय खत्म हो रहा है। सीबीआई और ईडी ने हमसे उनकी हिरासत की मांग की थी। हमने मंजूरी दे दी है।
बता दें कि पुलिस ने वाधवान भाइयों को सतारा जिले के महाबलेश्वर में एक फॉर्म हाउस से हिरासत में लिया था। महाराष्ट्र के गृह विभाग के प्रधान सचिव (विशेष) आईपीएस अमिताभ गुप्ता ने भाइयों सहित करीब दो दर्जन लोगों को इमरजेंसी पास जारी करवाया था। इसी पास की मदद से सीबीआई और ईडी से बचने के लिए खंडाला में छिपे वाधवान परिवार के 21 लोग के साथ 5 गाड़ियों में 8 अप्रैल को महाबलेश्वर स्थित अपने फार्महाउस जा रहे थे।
लापरवाही के मामले में आईपीएस गुप्ता को अनिवार्य छुट्टी पर भेजा गया है। परिवार के खिलाफ लॉकडाउन तोड़ने पर केस दर्ज किया। सभी लोग एक बिल्डिंग में क्वारैंटाइन कर दिए गए थे। इसके बाद सीबीआई और ईडी ने महराष्ट्र सरकार से दोनों की हिरासत की मांग की थी।