कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपना नैरेटिव लेकर महाराष्ट्र के मैदान में उतर आए हैं। राहुल लोकसभा चुनाव वाला ही नैरेटिव विधानसभा चुनाव में चलाना चाहते हैं इसीलिए उन्होंने महाराष्ट्र में अपने कैम्पेन की शुरुआत नागपुर से की। वो सबसे पहले दीक्षाभूमि पहुंचे जहां बाबा साहेब अंबेडकर ने बौद्ध धर्म अपनाया था। यहां राहुल गांधी ने अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वो संविधान सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे। राहुल ने लोकसभा चुनाव में 'संविधान खतरे में है' का नैरेटिव सेट किया था जिसका इंडी अलायंस को चुनाव में फायदा मिला। आज भी राहुल गांधी ने संविधान के मुद्दे पर बीजेपी और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) का सीधे-सीधे नाम लेकर हमला बोला है।
'जाति जनगणना से दलितों के साथ हो रहे अन्याय का पता चलेगा'
राहुल गांधी ने कहा कि देश में जाति आधारित जनगणना जरूर होगी और इस प्रक्रिया से दलितों, अन्य पिछड़ा वर्गों और आदिवासियों के साथ हो रहे अन्याय का पता चलेगा। नागपुर में संविधान सम्मान सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘‘जाति जनगणना से सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। हर किसी को पता चल जाएगा कि उनके पास कितनी ताकत है और उनकी भूमिका क्या है।’’ गांधी ने कहा, ‘‘हम 50 प्रतिशत (आरक्षण सीमा) की दीवार भी तोड़ देंगे।’’
'संविधान एक किताब नहीं, जीवन जीने का एक तरीका है'
उन्होंने कहा कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा तैयार किया गया संविधान सिर्फ एक किताब नहीं बल्कि जीवन जीने का एक तरीका है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब आरएसएस और भाजपा के लोग संविधान पर ‘‘हमला’’ करते हैं, तो वे देश की आवाज पर हमला कर रहे होते हैं।
'अदाणी की कंपनी में एक भी दलित, ओबीसी या आदिवासी नहीं मिलेगा'
राहुल गांधी ने दावा किया, ‘‘अदाणी की कंपनी के प्रबंधन में आपको एक भी दलित, ओबीसी और आदिवासी नहीं मिलेगा। बरेली में मैंने गलती से कह दिया कि जितने अफसर हैं अपना परिचय दे दीजिए, उसमें मुझे एक दलित नाम नहीं सुनाई दिया, एक ओबीसी नाम उसमें नहीं सुनाई दिया। केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘आप सिर्फ 25 लोगों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ करते हैं, लेकिन जब मैं किसानों की कर्ज माफी की बात करता हूं तो मुझ पर हमला किया जाता है।’’
एक मंच पर होंगे राहुल, उद्धव और शरद पवार
राहुल नागपुर के बाद मुंबई जाएंगे जहां महाराष्ट्र महाविकास अघाड़ी आज चुनाव प्रचार का आगाज करेगा। मुंबई में महाविकास अघाड़ी के नेता साझा गारंटी पत्र जारी करेंगे। इसके बाद मुंबई के बीकेसी मैदान में MVA की साझा रैली होगी जिस दौरान राहुल के अलावा उद्धव ठाकरे और शरद पवार मौजूद रहेंगे।
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