सोलापुर: कभी-कभी कुछ नया प्रयोग करना भारी पड़ जाता है। महाराष्ट्र के सोलापुर में मरकडवाडी गांव में कुछ ऐसा ही हुआ। मरकडवाडी गांव और आस-पास के क्षेत्रों के 200 से अधिक लोगों के खिलाफ कथित तौर पर अनधिकृत तरीके से बैलेट पेपर का उपयोग करके ‘‘पुनर्मतदान’’ की कोशिश करने के सिलसिले में मामला दर्ज किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
गलत सूचना फैलाने का आरोप
पुलिस ने बताया कि उन पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बारे में गलत सूचना फैलाने का भी आरोप लगाया गया है। अधिकारियों ने कहा कि मरकडवाडी के कुछ ग्रामीणों द्वारा उठाया गया कदम अवैध है क्योंकि किसी भी परिस्थिति में बैलेट पेपर का उपयोग करके ‘पुनर्मतदान’ कराने का कोई प्रावधान नहीं है। इस बीच, कांग्रेस की महाराष्ट्र ईकाई के प्रमुख नाना पटोले ने मरकडवाडी के निवासियों के साहस की सराहना की और कहा कि उन्होंने लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई में पहला कदम उठाया है।
महाराष्ट्र के मालशिरस विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीणों का एक समूह बैलेट पेपर से ‘‘पुनर्मतदान’’ कराने पर जोर दे रहा था, लेकिन पुलिस और इस सीट से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के विजयी उम्मीदवार उत्तम जानकर के हस्तक्षेप के बाद ग्रामीणों ने अपनी योजना रद्द कर दी।
ईवीएम पर उठाया था सवाल
इससे पहले, सोलापुर जिले के मालशिरस क्षेत्र के मरकडवाडी गांव के निवासियों ने ईवीएम पर सवाल उठाया था और बैनर लगाकर दावा किया था कि तीन दिसंबर को ‘‘पुनर्मतदान’’ कराया जाएगा। यह गांव मालशिरस विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां 20 नवंबर को हुए चुनाव में जानकर ने भाजपा के राम सतपुते को 13,147 मतों से हराया था। चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए गए थे।