Highlights
- बुली बाई ऐप पर नीलामी के लिए अपलोड की गई थीं मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें
- सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की अनुमति के बिना उनकी तस्वीरों से छेड़छाड़
मुंबई (महाराष्ट्र): मुंबई पुलिस साइबर सेल ने सोमवार को बैंगलुरु के 'बुली बाई' ऐप मामले में एक 21 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है। वहीं इस गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री सतेज पाटिल का पहला रिएक्शन सामने आया है। पाटिल ने कहा कि हम अपराधियों का लगातार पीछा कर रहे हैं और वे जल्द ही कानून का सामना करेंगे। सतेज पाटिल ने ट्वीट कर कहा, ''मुंबई पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। हालांकि हम इस समय विवरण का खुलासा नहीं कर सकते क्योंकि इससे चल रही जांच में बाधा आ सकती है, मैं सभी पीड़ितों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम अपराधियों का लगातार पीछा कर रहे हैं और वे जल्द ही कानून का सामना करेंगे।''
बता दें कि सोमवार को महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री सतेज पाटिल ने उन्हें "बुली बाई" ऐप के डेवलपर्स के खिलाफ एक्शन लेने का निर्देश दिया था, जिसके बाद इस मामले में ये पहली बड़ी कार्रवाई है। पकड़े गए आरोपी की पहचान एक 21 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र के रूप में हुई है। एक स्थानीय अदालत ने छात्र को मंगलवार को 10 जनवरी तक के लिए मुंबई पुलिस की हिरासत में भेज दिया।
मुंबई साइबर पुलिस ने छात्र विशाल कुमार को सोमवार को बेंगलुरु से पकड़ा था और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। मुंबई लाए जाने के बाद उसे बांद्रा मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। पुलिस ने कुमार को 10 दिनों की हिरासत में देने और बेंगलुरु में उसके परिसरों की तलाशी लेने की अदालत से अनुमति मांगी। पुलिस की दलील सुनने के बाद मजिस्ट्रेट ने कुमार को 10 जनवरी तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया और पुलिस को उसके परिसरों की तलाशी लेने की भी अनुमति दे दी।
साइबर प्रकोष्ठ ने अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत के बाद प्राथमिकी दर्ज की थी कि गिटहब मंच से एक ऐप पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें नीलामी के लिये अपलोड की गई थीं। एक अधिकारी ने बताया कि इससे पहले दिन में, मुंबई पुलिस की एक टीम ने उत्तराखंड से एक महिला को भी हिरासत में लिया। महिला के बारे में माना जाता है कि वह इस मामले की मुख्य आरोपी है। पुलिस के मुताबिक महिला और कुमार दोनों एक दूसरे को जानते हैं। सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की अनुमति के बिना उनकी तस्वीरों से छेड़छाड़ कर उन्हें ‘बुली बाई’ ऐप पर ‘नीलामी’ के लिए सूचीबद्ध किया गया था। एक साल से भी कम समय में दूसरी बार ऐसा हुआ है। यह ऐप ‘सुली डील्स’ की तरह है, जिसके कारण पिछले साल इसी तरह का विवाद पैदा हुआ था।
(इनपुट- एजेंसी)