देश में इन दिनों स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के नाम पर विवाद छिड़ा हुआ है। राहुल गांधी द्वारा वीर सावरकर पर बयान देने के बाद से राजनीति तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी द्वारा मुंबई उपनगर कांदिवली में आज वीर सावरकर गौरव यात्रा निकाली गई। इसी के साथ सावरकर के सम्मान में एक सभा का आयोजन भी किया गया। इस प्रोग्राम राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी शामिल हुए। इस दौरान देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे पर जमकर हमला बोला। गौरतलब है कि भाजपा और एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना ने पिछले महीने घोषणा की थी कि देश में सावरकर के योगदान को सम्मान देने तथा उनके खिलाफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना का जवाब देने के लिए महाराष्ट्र के प्रत्येक जिले में सावरकर गौरव यात्रा निकाली जाएगी।
राहुल गांधी नहीं बन सकते सावरकर
बता दें कि वीर सावरकर गौरव यात्रा में सैकड़ों-हजारों की संख्या में शामिल हुए थे। इस दौरान लोगों ने भगवा टोपी पहनकर रैली में भाग लिया। वहीं इन टोपियों पर मी सावरकर (मैं सावरकर हूं) तथा अन्य संदेश लिखे थे। इस रैली में शामिल हुए देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस व उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी को लेकर कहा कि राहुल न सावरकर बन सकते न गांधी। राहुल गांधी आप कभी सावरकर नही बन सकते। सावरकर बनने की औकात किसी कोंग्रेसी नेता में नहीं है। अरे सावरकर बनने के लिए त्याग, तप, अनंत यातनाएं भुगतनी पड़ती है। आप सावरकर भी नहीं और गांधी भी नहीं हैं। नकली सरनेम लेकर आप घूम रहे हैं।
फिरोज गांधी ने वीर सावरकर का किया समर्थन
फडणवीस ने कहा कि सांसद में वीर सावरकर के गौरव का प्रस्ताव लाया गया था जिसका विरोध उस वक्त की कांग्रेस ने किया था। उस वक्त एक व्यक्ति ने उस प्रस्ताव को समर्थन दिया। वह व्यक्ति आपके दादाजी फिरोज गांधी थे। उन्होंने ने सावरकर को सम्मानित करने के प्रस्ताव को समर्थन दिया था। पर आपको इस देश के बारे में न कुछ जानकारी है न देश का इतिहास मालूम है। इसलिए आप न सावरकर है न गांधी। उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए जवाहर लाल नेहरू को लेकर अप्रत्यक्ष तौर पर कहा कि कुछ ऐसे आजादी के लड़ाई में सेनानी थे, जिन्हें अंग्रेजों ने जेल में रखा पर पूरी सुख सुविधाएं दी। लेकिन सावरकर को 11 वर्षों तक काल कोठरी में अनंत यातनाएं दी गई। इसलिए उनकी और सावरकर की तुलना नहीं हो सकती है। इसलिए कांग्रेस के लोग आज भी सावरकर से डरते हैं।
सावरकर ने अन्य कैदियों के लिए मांगी माफी
उपमुख्यमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि सावरकर ने माफी मांगी। अरे तुम देखो कि सावरकर ने क्या लिखा है। सावरकर ने कहा था कि मुझे पता नहीं ये (ब्रिटिश) मुझे छोड़ेंगे या नहीं, पर मैं अन्य कैदियों की तरफ से उनसे रिहाई की मांग करता हूं। सावरकर ने रिहाई नहीं बल्कि अन्य कैदियों की रिहाई के लिए पत्र लिखा था। अंग्रेजों ने अन्य कैदियों को छोड़ा लेकिन सावरकर को नहीं छोड़ा। हमारे दिल में सभी स्वतंत्रता सेनानियों के लिए सम्मान है। लेकिन कुछ ऐसे हैं जिनको अंग्रेजों ने जेल में तो रखा लेकिन सारी सुख सुविधाएं दी।