महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक राजेंद्र पाटनी का शुक्रवार को निधन हो गया। वे 59 वर्ष के थे। राजेंद्र पाटनी साल 2019 में करंजा निर्वाचन क्षेत्र से जीत दर्ज की थी। पीएम मोदी ने बीजेपी विधायक के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि राजेंद्र पाटनी समाज सेवा में हमेशा से आगे रहे। उन्होंने पार्टी को मजबूत करने में भी सराहनीय भूमिका निभाई। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र देवेंद्र फडणवीस ने भी राजेंद्र पाटनी के निधन पर शोक जताया है।
लंबे समय से बीमार थे पाटनी
वाशिम जिले के कारंजा सीट से तीन बार विधायक रहे पाटनी पिछले कुछ वर्षों से बीमार थे और उनका इलाज चल रहा था। वह पहली बार साल 2004 में शिवसेना के टिकट पर विधायक चुने गए थे जबकि 2014 और 2019 में वह भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे।
बीजेपी के कई नेताओं ने शोक जताया
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी राजेंद्र पाटनी के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पाटनी के निधन से दुखी हूं। उनके निधन ने राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में एक गहरा शून्य छोड़ दिया है और उन्हें जन कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए याद किया जाएगा।
वहीं,उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि राजेंद्र पाटनी पिछले कुछ महीनों से बीमारी से जूझ रहे थे। हम सभी को उम्मीद थी कि वे इस संकट से बाहर आएंगे। लेकिन आज उनकी जान चली गई। बीजेपी ने एक ऐसा जन प्रतिनिधि खो दिया है जो ग्रामीण मुद्दों के बारे में जानता था। पश्चिम विदर्भ की समस्याओं को हल करने के लिए उनकी सदैव पहल रहती थी। वे लगातार इस बात पर जोर देते थे कि सिंचाई की समस्या का समाधान होना चाहिए। उनका निधन मेरी व्यक्तिगत क्षति है।
पाटनी ऐसे 8वें विधायक जिनका निधन हुआ
2019 के विधानसभा चुनावों में चुने गए पाटनी ऐसे आठवें विधायक हैं जिनका निधन हो गया। 31 जनवरी 2023 को अनिल बाबर (शिवसेना/खानापुर) का निधन हो गया था। 3 जनवरी 2023 को लक्ष्मण जगताप ( भाजपा/चिंचवड़) का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। 22 दिसंबर 2022 को मुक्ता तिलक (भाजपा/कस्बा पेठ) की लंबी बीमारी के कारण मृत्यु हो गई। 11 मई, 2022 को रमेश लटके (शिवसेना/अंधेरी पूर्व) की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। वह दुबई की निजी पारिवारिक यात्रा पर थे।
2 दिसंबर 2021 को चंद्रकांत जाधव (कांग्रेस/कोल्हापुर उत्तर) का लंबी बीमारी के बाद हैदराबाद के एक अस्पताल में निधन हो गया। 9 अप्रैल, 2021 को रावसाहेब अंतापुरकर (डेगलुर/कांग्रेस) का कोरोना से मौत हो गई थी। 28 नवंबर, 2020 को, भारत भालके (पंढरपुर-मंगलवेधा/एनसीपी) की कोविड-19 से मौत हो गई थी।