शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने लोकसभा चुनाव 2024 के बीच इंडिया टीवी से बात की। इस दौरान उन्होंने शिवसेना के टूटने से लेकर मौजूदा हालातों और भविष्य में पार्टी के प्लान तक सभी विषयों पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा की पूरी दुनिया में बीजेपी एकमात्र पार्टी है, जिसने कोरोनाकाल में राजनीति की। उन्होंने मध्य प्रदेश में बनी बनाई सरकार गिरा दी। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे बीमार थे और इसका फायदा उठाकर पार्टी तोड़ी। हालांकि, शिवसेना फिर से तैयार हो रही है और आने वाले समय में पार्टी पहले से ज्यादा मजबूत की साथ खड़ी होगी।
शिवसेना ने 40 विधायक अलग हो गए थे और एकनाथ शिंदे की अगुआई में उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई। जब शिवसेना से 40 विधायक अलग हुए उस समय उद्धव ठाकरे बीमार थे और आदित्य ठाकरे सारा कामकाज देख रहे थे। इस पर उन्होंने कहा कि जो लोग 20 साल से साथ थे और शिवसेना में रहकर ही राजनीति सीखी थी। उन्होंने धोखा दिया। वह हमेशा कहते थे कि साथ हैं और कहीं नहीं जा रहे। ऐसे में किसी रिपोर्ट पर भरोसा करना मुश्किल होता है, लेकिन अच्छा है कि ये लोग चले गए। अगर इन्हें रोकने की कोशिश भी करते तो कब तक रोक पाते।
मुद्दों से ध्यान भटका रही बीजेपी
आदित्य ठाकरे ने कहा कि 10 साल पहले बीजेपी ने अच्छे दिन का वादा किया था। मंहगाई कम करने और आतंकवाद खत्म करने की बात कही थी। ऐसा कुछ नहीं हुआ है। कालाधन वापस नहीं आया। किसी के खाते में 15 लाख नहीं आए। अब बीजेपी के पास बात करने के लिए कुछ नहीं है। इसी वजह से वह अपने पोस्टर में सिर्फ वादे करते हैं। उनके पास गिनाने के लिए कोई काम नहीं है। वह धर्म, जाति और वर्ग के आधार पर लोगों को भटका रहे हैं। उन्हें अपना अभिमान छोड़कर काम करना चाहिए। महाराष्ट्र में आने वाले पोजेक्ट गुजरात चले गए। इससे सबका नुकसान हो रहा है।
मुस्लिमों को 15 फीसदी बजट देने के सवाल पर दिया जवाब
आदित्य से जब पूछा गया कि क्या इंडिया गठबंधन की सरकार आने पर मुस्लिमों के लिए 15 फीसदी का बजट होगा। इसके जवाब में आदित्य ने कहा कि बीजेपी मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसी बातें कह रही है। शिवसेना का 2.5 साल का कार्यकाल उनको चुभ रहा है। इसी वजह से लोगों को भ्रमित करने की कोशिश हो रही है। शिवसेना को मुस्लिम वोट का साथ मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य सबको साथ लेकर चलने का है। वह हिंदू हैं और नेता के रूप में उनका काम लोगों की बात संसद तक पहुंचाना है। इसमें धर्म आड़े नहीं आता। हिंदू होने के लिए उन्हें बीजेपी के समर्थन की जरूरत नहीं है।
जेल जाने का डर होता तो भाजपा में होते
अरविंद केजरीवाल ने जेल से आने के बाद कहा था कि बीजेपी उद्धव ठाकरे को भी जेल भेज सकती है। जब आदित्य से पूछा गया कि क्या उन्हें जेल जाने का डर है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि डर नहीं है, अगर डर होता तो बीजेपी में होते। उन्होंने कहा कि ये तो नहीं पता की बीजेपी ने बेबुनियाद आरोप लगाकर नेताओं को जेल भेजना चीन से सीखा या पाकिस्तान से, लेकिन यह तय है कि अगर यह पार्टी तीसरी बार सत्ता में आई तो नेता, पत्रकार और आम आदमी सबको जेल भेजेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सोच तानाशाह वाली है। वह यह तय करना चाहते हैं कि आम आदमी क्या खाएगा, क्या पहनेगा, कैसे रहेगा। इसी से हिंदुस्तान को खतरा है।
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