मुंबई: भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश के नगर निकाय चुनावों में पहली बार करीब 400 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया था। अब तक विरोधी दल बीजेपी को बहुसंख्यक हिंदुओं की पार्टी कहते रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पार्टी ने इस धारणा को गलत साबित करते हुए बड़ी संख्या में मुस्लिम उम्मीदवार खड़े किए। इनमें से कई उम्मीदवारों ने अपनी-अपनी सीटों पर जीत दर्ज की और साथ ही पार्टी का मुस्लिम वोट बैंक भी बढ़ा। अब इसी ‘मुस्लिम कार्ड मॉडल’ का इस्तेमाल बीजेपी मुम्बई के बीएमसी चुनाव में करने की तैयारी में है।
‘मुसलमान बड़े पैमाने पर बीजेपी से जुड़े हैं’
पार्टी की रणनीतियों को अमली जामा पहनाने के लिए मुम्बई बीजेपी माइनॉरिटी सेल ने बाकायदा इसकी शुरुआत भी कर दी है। माइनॉरिटी सेल के अध्यक्ष वसीम खान ने बताया कि मोदी सरकार के शासन के 9 साल के दौरान हम मुसलमानों के बीच काम कर रहे हैं, जिसका नतीजा है कि बड़े पैमाने पर मुस्लिम पार्टी से जुड़े हैं। वसीम खान ने बताया कि PM मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ पर अब मुसलमानों ने भी भरोसा करना शुरू किया है, जिसका इस बार के BMC चुनाव में असर दिखेगा।
‘मुसलमानों को अब मोदी और बीजेपी पसंद’
वसीम खान ने बताया कि मुम्बई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार ने उन्हें यह जिम्मेदारी दी थी कि वह शहर के मुस्लिम बहुल इलाकों में जाकर केंद्र सरकार की योजनाओं के फायदे मुसलमानों को बताएं। उन्होंने कहा, ‘अब मुसलमान जागरूक हो गया है, वह सही-गलत में फर्क कर सकता है, इसलिए मुसलमानों को अब बीजेपी और मोदी पसंद हैं। यही वजह है कि यूपी में मुसलमानों ने बड़े पैमाने पर बीजेपी को वोट दिया और अब मुम्बई के BMC चुनाव में भी वोट देगा।’ वसीम खान ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से वह मुम्बई की कुल 224 सीटों और वार्ड में काम कर रहे है, जिनमें से 40-45 वार्ड मुस्लिम बहुल इलाकों में हैं।
‘मुस्लिम कैंडिडेट्स को भी टिकट देगी बीजेपी’
वसीम खान ने कहा कि शहर अध्यक्ष आशीष शेलार से चर्चा के बाद शहर के मुस्लिम बहुल इलाकों में करीब 40-45 टिकट पार्टी से मुस्लिम कैंडिडेट्स को दिए जाएंगे। मुंबई के आम मुसलमान भी बीजेपी के इस कदम को सराहते नजर आए। उनका कहना था कि विपक्ष की पार्टियों ने हमें सिर्फ बीजेपी का डर दिखाया, लेकिन अब जब हमें मोदी सरकार की योजनाओं का फायदा मिल रहा है तो हम बीजेपी को सपोर्ट क्यों नही करेंगे। माना जा रहा है कि बीजेपी मुसलमानों में गहरी पैठ बनाने के लिए इस बार BMC के चुनावों में कई मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देगी।