मुंबई में क्राइम ब्रांच यूनिट के हाथ बड़ी सफलता लगी है। दरअसल बीते दिनों क्राइम ब्रांच को कई एजेंसियों से इनपुट मिली थी। इस इनपुट के आधार पर नेवी के लेफ्टिनेंट कमांडर विपिन कुमार डागर को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। उनपर आरोप है कि वे फर्जी पासपोर्ट और वीजा बनाकर लोगों को साउथ कोरिया भेजने का काम करते थे। साथ ही उन्होंने अपने पद का भी गलत इस्तेमाल किया है। हालांकि अब इस मामले में क्राइम ब्रांच की तरफ से और जानकारी साझा की गई है। क्राइम ब्रांच ने बताया कि इस केस का मास्टरमाइंड ब्रम्हा ज्योति हैं, जिनके निर्देश पर विपिन डागर काम करते थे। क्राइम ब्रांच ने दोनों को ही गिरफ्तार कर लिया है।
क्राइम ब्रांच ने विदेश भेजने वाले गैंग का किया भंडाफोड़
ऐसा बताया जा रहा है कि ब्रह्मा ज्योति ने कई बैंक अकाउंट्स बना रखे थे और उनमें से कुछ तो गलत जानकारियां देकर बनाए गए थे। इस मामले में सिमरन तेजी जो ब्रह्म ज्योति की करीबी सहायक हैं, उनके माध्यम से इस पूरे क्राइम को चैनलाइज किया गया था। इसके अलावा क्राइम ब्रांच की टीम ने दो अन्य लोगों को भी जम्मू कश्मीर से गिरफ्तार किया है। जम्मू कश्मीर से रवि कुमार और दीपक डोगरा को गिरफ्तार किया गया है। रवि कुमार लाभार्थी और दीपक डोगरा ऑपरेशन को मॉनिटर करने का काम करता था। बता दें कि पुलिस को उनकी ट्रांजिट रिमांड मिल गई है और मुंबई लाने के बाद उन्हें एडिशनल चीफ मेट्रोपॉलिटन मिजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा।
गलत तरीके से भेजे जाते थे विदेश
ऐसा बताया जा रहा है कि रवि कुमार वह व्यक्ति है जो इन आरोपियो के माध्यम से साउथ कोरिया जाना चाहता था। इसके लिए उन्हें जाली दस्तावेज मुहैया कराया गया। इसके अलावा एक और शख्स दीपक डोगरा को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, दीपक डोगरा इस पूरे ऑपरेशन को मॉनिटर करने काम करता था। वह ऐसे लोगों को आईडेंटिफाई करने का काम करता था, जो गलत तरीकों वर्क वीजा पर विदेश जाना चाहते थे। बता दें कि गलत तरीके से विदेश भेजने के मामले हर साल हजारों लोगो की जिंदगी तबाह हो जाती है।