मुंबई: गणेश उत्सव वैसे तो पूरे देश में बड़े ही धूम धाम के साथ मनाया जाता है। मगर महाराष्ट्र के गणेश उत्सव की बात ही निराली होती है। मुंबई के लालबाग के राजा गणेश मंडल पूरे देश में सबसे अधिक लोकप्रिय है। लालबाग के राजा के दर्शन करने के लिए देश-विदेश से भक्तों की भारी भीड़ मुंबई पहुंचती है। इस बार 19 सितंबर से गणेश उत्सव शुरू होने वाला है जो पूरे 10 दिनों तक चलता है। गणेश उत्सव के शुरू होने से पहले आज मुंबई में लालबाग के राजा की पहली झलक उनके भक्तों को दिखाई गई, जिसके लिए वहां पर भारी भीड़ में भक्तजन पहुंचे थे।
लालबाग के राजा की पहली झलक
आज मुंबई में बड़े ही धूम धाम और ढोल नगाड़ों के बीच लालबाग के राजा की पहली झलक उनके भक्तों को दिखाई गई। इस दौरान वहां भक्तों की भीड़ उमड़ी थी। वहां मौजूद भक्तों ने बहुत ही खुशी और जयकारों के साथ गणपति बप्पा का स्वागत किया। इस बार गणेश उत्सव 19 सितंबर से शुरू होने वाला है जो 28 सितंबर तक चलेगा। यानी इन 10 दिनों तक मुंबई और पूरे देश में एक अलग ही धूम दिखाई देगी।
लालबाग का राजा का 90वां वर्ष
मुंबई के लालबाग का राजा गणेश मंडल देश भर में सबसे मशहूर मंडल है। आपको बता दें कि लालबाग का राजा गणपति उत्सव मंडल का यह 90वां वर्ष है इसलिए इस साल विशेष तैयारी की जाएगी। इस वर्ष पंडाल में छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक का थीम रखा जाएगा।
इस साल गणेश उत्सव में लालबाग के राजा की मूर्ति की सिंहासन तक ऊंचाई 14 फीट है तो वहीं मूर्ति की ऊंचाई करीब 16 फीट है। लालबाग के राजा की अगर आंखों की बात करें तो उन्हें बेहद सुंदर बनाया गया है। उन्हें देखने पर ऐसा लगता है कि मानों लालबाग के राजा अपने भक्तों से ही बात कर रहे हैं।
1 करोड़ से अधिक भक्त दर्शन करते हैं
मंडल के कार्यकर्ताओं से मिली जानकारी के मुताबिक, हर साल गणेश उत्सव के दौरान पंडाल में 1 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं और दिल खोलकर चढ़ावा भी चढ़ाते हैं। सोने चांदी के आभूषणों से लेकर फूलों और नोटों की मालाएं भी चढ़ाई जाती है।
इस बार कैसी रहेगी तैयारी?
हर साल लालबाग के राजा के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। इसको ध्यान में रखते हुए यहां सुरक्षा के काफी पुख्ते इंतजाम किए जाते हैं। गणपति बप्पा के दर्शन के लिए अलग-अलग कतारें बनाई जाती हैं। मुख दर्शन के लिए अलग कतार तो चरण स्पर्श के लिए अलग कतार बनाई जाती है। इसी तरह चढ़ावा चढ़ाने के लिए भी अलग कतार होती है।
इस साल पंडाल में करीब 2 हजार CCTV कैमरे लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा मंडल के 6 हजार कार्यकर्ताओं के साथ ही 1000 से अधिक पुलिसकर्मी भी सुरक्षा में तैनात किए जाएंगे।
आपको बता दें कि गणेश चतुर्थी के दिन सुबह 6:30 बजे गणपति बप्पा की विधिवत पूजा की जाएगी। इसके बाद उनकी पंडाल में स्थापना की जाएगी और फिर भक्तों के लिए दरबार को खोल दिया जाएगा।
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