मुंबई: महा विकास अघाड़ी सरकार में अनदेखी के चलते, महाराष्ट्र की कांग्रेस इकाई के नाराज होने की चर्चाओं के बीच पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाला साहेब थोराट ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। बाद में थोराट ने कहा कि उनकी पार्टी खुद को अलग-थलग महसूस नहीं कर रही है और गठबंधन स्थिर है। बांद्रा स्थित मुख्यमंत्री के आवास मातोश्री में ठाकरे से मुलाकात के दौरान थोराट के साथ मंत्रिमंडल में उनके सहयोगी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण भी मौजूद थे।
थोराट ने दावा किया कि मुलाकात के दौरान कोरोना वायरस महामारी के कारण समस्या का सामना कर रहे गरीब लोगों की सहायता करने के तरीकों और राज्य में न्यूनतम आय योजना को लागू करने की आवश्यकता जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। मुलाकात के बाद राज्य के राजस्व मंत्री थोराट ने संवाददाताओं से कहा कि शिवसेना नीत महा विकास अघाड़ी गठबंधन में कांग्रेस नाराज नहीं है।
उन्होंने कहा, '' आम आदमी के हितों की रक्षा करने के लिए हम एक साथ गठबंधन में आए, जो कि हमारा उद्देश्य है। गठबंधन स्थिर है और हम अगले पांच साल तक काम करेंगे। कांग्रेस अलग-थलग महसूस नहीं कर रही है। हम केवल विकास निधि का समान वितरण चाहते हैं।'' थोराट ने बताया ‘‘राहुल गांधी ने देश के समक्ष न्याय योजना रखी थी। इसे देश भर में कार्यान्वित करने की जरूरत है। गरीब जनता घोर परेशानी का सामना कर रही है।’’
उन्होंने कहा कि न्याय योजना के अलावा निसर्ग चक्रवात से प्रभावित इलाकों के लिए मुआवजा पैकेज के बारे में भी चर्चा हुई। जब उनसे राज्यपाल के कोटे वाली 12 विधान परिषद सीटों पर नियुक्ति के संबंध में सवाल पूछा गया तो थोराट ने कहा, '' जब सरकार का गठन हुआ था, तब यह तय हुआ था कि परिषद की सीटों का बराबर बंटवारा होगा इसलिए इस पर कोई चर्चा नहीं हुई।'' उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि कांग्रेस नौकरशाहों, खासकर मुख्य सचिव अजय मेहता से नाराज थी।