महाराष्ट्र के बदलापुर में दुष्कर्म के आरोपी अक्षय शिंदे के अंतिम संस्कार में जमकर बवाल हुआ। पुलिस ने आरोपी अक्षय का शव दफनाने के लिए जो गड्ढा खुदवाया था, उसे स्थानीय लोगों ने भर दिया और उसे कहीं और दफन करने की मांग करने लगे। काफी देर तक बवाल जारी रहा। इसके बाद पुलिस ने विरोध कर रहे कई लोगों को हिरासत में लिया। इस दौरान पूरा श्मशान घाट छावनी में तब्दील हो गया। विरोध कर रहे लोगों को हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने दोबारा गड्ढा खुदवाने के लिए जेसीबी मशीन को बुलवाया और आगे की प्रक्रिया शुरू की। श्मशान घाट खाली कराने के बाद अक्षय शिंदे को दफनाया गया।
बदलापुर के स्कूल में मासूम बच्ची के साथ हुए दुर्व्यवहार के आरोपी अक्षय शिंदे को रविवार को उल्हासनगर के शांति नगर श्मशान घाट में दफनाया गया। पुलिस की कड़ी निगरानी में श्मशान में गढ्ढे खुदाई का काम किया गया, ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न हो सके। श्मशान में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे और स्थानीय लोगों की सीमित उपस्थिति रही। इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में नाराजगी और तनाव का माहौल देखते हुए पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए शांति बनाए रखने की अपील की।
नहीं मिल रही थी जमीन
पिछले काफी दिनों से बदलापुर प्रकरण के आरोपी अक्षय शिंदे को दफन करने के लिए कहीं जगह नहीं मिल रही थी। जिसके चलते उल्हासनागर के शांति नगर श्मशानभूनि में अक्षय के शव को दफनाने की प्रक्रिया शुरू की गई। रविवार को शांति नगर श्मशान भूमि में गढ्ढा खोदा गया। हालांकि, अक्षय शिंदे को दफन करने के लिए जो गढ्ढा खोदा गया था उस गढ्ढे को उल्हासनगर के महनागर प्रमुख राजेन्द्र चौधरी सहित तमाम लोगों ने फावड़े से भर दिया। पुलिस बंदोबस्त होने के बावजूद नागरिकों ने खासकर महिलाओं ने आरोपी अक्षय शिंदे को दफनाने के लिए खोदे गए गड्ढे को भर दिया। इसके बाद पूरा शमसान घाट पुलिस छावनी में तब्दील हो गया।
पुलिस ने विरोध कर रहे लोगों को हिरासत में लिया
पुलिस ने कुछ राजकीय पदाधिकारी को हिरासत में लिया। इसके बाद से स्थानीय लोग आक्रामक हो गए। ऐसे में शमसानभूमि सभी को बाहर निकालने के बाद गेट बंद कर दिया गया। कुछ स्थानीय नागरिक रास्ता रोकने का प्रयास कर रहे थे। इसके बाद पुलिस ने सभी को यहां से खदेड़ दिया और वापस गड्ढा खोदने के लिए जेसीबी मशीन मंगवाई। इसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की गई।
(उल्हासनगर से सुनील शर्मा की रिपोर्ट)