मुंबई: बाबा बागेश्वर धाम का दरबार कल यानी सोमवार को महाराष्ट्र के ठाणे के भिवंडी में सजेगा। हिंदू राष्ट्र की वकालत करने वाले बाबा बागेश्वर धाम वाले बाबा आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ये ऐलान किया है और कहा है कि अब हम एक दो बार नहीं, महाराष्ट्र में महीने-दो महीने में आते रहेंगे। धीरेंद्र शास्त्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बस अब तुम देखते रहो, हम ये धर्म विरोधियों की ठठरी यही बंधवा देंगे। दरबार तो बहाना है सिर्फ सनातनियों को जगाना है।
वो हाथ जोड़कर गए फिर हमने कहा तुम हाथ जोड़कर जाओ हम अपना जलवा बरकरार रखेंगे। घर-घर ये झंडा लगाना है लिखना है कि ये माया नगरी नहीं, माधव नगरी है।
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा-हम किसी से डरते नहीं
वो हिंदू नही हैं जो हिंदू का विरोध कर रहे हैं, उन्हें हम कहना चाहते हैं कि हमारे धर्म में कमी क्या है भाई, हमारे 33 करोड़ देवी-देवता हैं और हमारे 4 वेद हैं। लेकिन फिर भी कम पड़ जाए तो एक दो और बना लो, बाकी लोगों में तो एक ही है। कोई तुमसे धर्म विरोधी बोले तो उसे कह देना हम किसी से डरते नहीं हैं क्योंकि हमने कोई कच्ची गोली नहीं खेली है ये धर्म विरोधी समझ लें। क्योंकि सांच को आंच क्या। कुछ लोग कहते हैं कि हमारा धर्म हमारा पंथ सबसे मजबूत है लेकिन कोई पंथ कोई धर्म हनुमान जी के सामने टिक नहीं सकता सब उन्हीं से शुरू होकर उन्हीं पर खत्म हो जाते हैं।
धीरेंद्र शास्त्री ने श्याम मानव को दी खुली चुनौती
महाराष्ट्र के घर-घर ये झंडा लगाना है और लिखना है कि ये माया नगरी नहीं माधव नगरी है। एक ने कहा मिट जाओगे हमने कहा कितने धीरेन्द शास्त्री मिटाओगे तब तक हम इतने धीरेंद्र शास्त्री बनाएंगे कि घर-घर धीरेंद्र शास्त्री होंगे। हम दूसरों के पर्चे बनाते हैं, कुछ लोग हमारे पर्चा बना रहे हैं। यहां ये कैमरा लगे हैं बाबा कुछ तो करे जो पकड़ा जाए तो ब्रेकिंग चल जाए। इसके पहले तो कभी नहीं दिखाए थे लेकिन आज ब्रेकिंग के चक्कर में दिखा रहे हैं।
लोग हमें हिन्दू राष्ट्र, चमत्कार जैसी बातों के नाम पर शोर मचाने की बात कहते हैं तो हमने कहा कि ऐसे लोग हनुमान से जुड़ेंगे तो धनवान-बलवान बनेंगे। हनुमान का संकल्प घर-घर राम हमारा संकल्प राम राज्य। इससे जातिवाद खत्म होगा और भारत विश्व गुरु बनेगा। हम राम को तो मानते हैं लेकिन रामजी की नहीं मानते। लेकिन जिस दिन लोग राम जी को मानने लगेगें उस दिन हम चुनौती देने वालो के टकले पर झंडा गाड़कर ही आएंगे।
अब मैं किसी को जवाब नही दूंगा। हम कई बार टेस्ट दे चुके लेकिन अब टेस्ट देने की शर्त तब मानूंगा जब उसे एक साल तक चेला बनाकर रखूंगा और पानी भी भरवाऊंगा। हम तो कहते हैं कि बाबा बागेश्वर का दरबार आपके बाप का है आते-जाते रहा करो। आज मैं बहुत कुछ देकर जाऊंगा। पर्ची से तो मन की बात सामने आती है लेकिन जो यहां आते हैं उनकी भी मुरादे पूरी होती हैं सिर्फ पर्ची की बात नही है।
जो राष्ट्र को महान बनाने की क्षमता रखता है, उसी का नाम महाराष्ट्र है
आपको ये पता है धर्म का बिगुल तो इसी महाराष्ट्र की धरती से शुरू हुआ वीर शिवाजी की तलवार से हम पूरे भारत मे भगवान राम के लिए काम करके ही छोड़ेंगे। सनातन धर्म से जीवन जीने की कला सीख सकते हो तो डर के मत जीयो, हाथ जोड़कर आंसू बहाकर मत जीयो, जब तक जीयो मुस्कुराकर जीयो। ऐसी ज़िंदगी जीयो की कभी मौत भी आये तो सोचे कि किस बादशाह को लेने आये हैं।
सभी संत और महापुरुष को एक समय ज़िंदगी मे संघर्ष करना पड़ा है भगवान राम को भी वनवास जाना पड़ा अगर नहीं आता महाराष्ट्र में तो लोग कहते कि हम डर गए। हम तो खोज रहे थे लेकिन कोई टकला नहीं दिखा (श्याम मानव को ) हम तो इंतजार कर रहे थे लेकिन कोई आया नहीं।
हम राम के वंशंज के सेवक है.. डरते नहीं है.. मुंह पर सनातन का झंडा है अभी भी इंतजार है.. जो भी चैलेंज देगा उसे जवाब देंगे और उसे साल भर बागेश्वर धाम पर चेला बनाकर रखेंगे। धर्म का बिगुल इसी महाराष्ट्र से बजा था लोगों ने राम को नहीं छोड़ा तो हम कौन है मैं चुनौतियों से डरता नहीं हूं एक व्यक्ति ने कहा था की मुंबई में दरबार नहीं लगा पायेंगे.. हमने कहा कि भगवान राम का काम करने आया हूं
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