प्रसिद्ध समाजसेवी और कुष्ठ रोगियों के लिए "आनंदवन" नाम की संस्था चलाने वाले डॉक्टर बाबा आमटे की पोती डॉक्टर शीतल आमटे ने आज चंद्रपुर में अपने निवासस्थान पर आत्महत्या कर ली। डॉक्टर शीतल आमटे आनंदवन के अंतर्गत कार्य करने वाली "महारोगी सेवा समिति की मुख्य कार्यकारी अधिकारी और संचालिका थी। वे पिछले कई वर्षों से अपने पति और परिवार के साथ मिलकर संस्था ग्राम में आने वाले कुष्ठ रोगियों की रातदिन सेवा कर रही थी
बताया जा रहा है कि डॉक्टर शीतल आमटे ने जहर का इंजेक्शन लेकर खुद की जीवनलीला समाप्त कर ली। डॉक्टर शीतल आमटे बाबा आमटे के पुत्र विकास आमटे और भारती आमटे की बेटी थीं और डॉक्टर प्रकाश आमटे की भतीजी थी।
घोटाला किया था उजागर
बता दें कि 72 साल से चंद्रपुर जिले के वरोरा तहसील के आनंदवन में आमटे परिवार कुष्ठ रोगियों की सेवा करने में खुद के जीवन को समर्पित कर चुका है और बाबा आमटे के आदर्शों पर चल रहा था। लेकिन पिछले दिनों बाबा आमटे की पोती ने आनंदवन के अंदर आर्थिक घोटालों को लेकर फेसबुक पर लाइव डिस्कशन किया था। इसके बाद मचे विवाद के बाद डॉक्टर शीतल ने फेसबुक से ये वीडियो पोस्ट डिलीट कर दिया था। पूरे आमटे परिवार ने शीतल के इस प्रयास का सार्वजनिक रूप से विरोध किया था। डॉक्टर शीतल की आत्महत्या के कारणों की जांच करने में जिला पुलिस जुट गई है।