पालघर. देशभर में कोविड वैक्सीनेशन का काम जारी है। हालांकि कई जगहों से ऐसी खबरें सामने आई हैं जहां लोग वैक्सीन लगवाने में संकोच कर रहे हैं। ताजा मामला सामने आया है महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से सटे पालघर से, जहां पर आदिवासी इलाकों में वैक्सीनेशन के लिए गई मेडिकल टीम पर हमला कर दिया गया। आदिवासी इलाकों में टीकाकरण टीम के साथ बदतमीजी और मारपीट की दो घटनाएं सामने आई हैं।
कोविड वैक्सीनेशन टीम के साथ मारपीट की पहली घटना मनोर तहसील के गंजे जायशेठ गांव में हुई। जहां टीकाकरण अभियान को लेकर जनजागृती करने गए डॉक्टर्स और अन्य मेडीकल स्टाफ की 9 गांववालों ने पिटाई कर दी। इतना ही नहीं, जब घटना की सूचना पर पुलिसकर्मी इलाके में पहुंचे तो गांव के लोगों ने पुलिसकर्मियों के साथ भी बदतमीजी की। पालघर पुलिस ने इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि 7 आरोपी फरार हैं।
टीकाकरण टीम के साथ गलत व्यवहार की दूसरी घटना सामने आई है विक्रमगढ़ तहसील के बालापूर गांव से, जहां पर टीकाकरण टीम के साथ बदतमीजी की गई। यहां के आदिवासी गांवों में मेडीकल टीमों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। आपको बता दें कि कोरोना की दूसरी वेब में पालघर के आदिवासी इलाकों में कई लोगों की मौत हो हुई है, मौतों का ये सिलसला अभी जारी है।
पालघर के आदिवासी इलाकों में मृत्यूदर दो से चार गुना बढ़ गया हैं। इस कारण पालघर के आदिवासी इलाकों में टीकाकरण करने में काफी दिक्कतें आ रही हैं। जब भी कोई सरकारी टीम यहां के गांव में आती हैं तब कई गांववाले इस डर से जंगलो में भाग जाते हैं कि कहीं उन्हे टीका ना लगा दिया जाए।